अपनी शिकायत लेकर पत्रिका कार्यालय पहुंचे छात्रों ने बताया कि कॉलेज में असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर पदस्थ शाहिना खान ने उनसे ये पैसे लिए, जिसके बाद समय से पहले नौकरी नहीं मिलने की बात पर उन्होंने अपनी रकम वापस लेनी चाही। जिस पर उन्हें पैसे देने से इंकार कर दिया गया। इतना ही नहीं छात्रों ने प्रबंधन पर ड्रेस के लिए 3750 रुपए लेने के बाद भी डे्रस नहीं देने के साथ और भी कई प्रकार की अनियमितताओं के आरोप प्रबंधन पर लगाए हैं।
इस पर प्रबंधन का तर्क है कि बच्चों को बड़े गु्रप में क्लीनिकल ट्रेनिंग देने के बाद नौकरी की व्यवस्था करने के लिए यह कदम उठाया गया था, जबकि बच्चों की संख्या कम होने की वजह से योजना सफल नहीं हो सकी। वहीं, छात्रों की अन्य मूलभूत समस्याएं दूर कर दी गई हैं। वहीं, छात्रों ने डीएमई, आयुष विवि के कुलसचिव और रायपुर कलक्टर से इसकी शिकायत कर असिस्टेंट रजिस्ट्रार को कॉलेज से हटाने की मांग की है।
एकमुश्त जमा करो फीस
छात्रों ने बताया कि कॉलेज में प्रवेश के दौरान प्रथम वर्ष की फीस 77 हजार रुपए तीन किश्तों में जमा करने की व्यवस्था की थी। जबकि द्वितीय वर्ष में किश्तों का प्रावधान खत्म कर दिया गया है। इतना ही नहीं सभी छात्रों को 30 अप्रैल त क पूरी फीस जमा करने को भी कहा गया है, ऐसा नहीं करने पर प्रतिदिन 30 रुपए के हिसाब से विलंब शुल्क लगाने वसूलने की बात कही गई है।
शिक्षकों की भी कमी
छात्रों के अनुसार कॉलेज में बीएससी नर्सिंग और जीएनएम का कोर्स संचालित किया जाता है। जिसमें 60-60 सीटें निर्धारित हैं, जबकि बच्चे काफी कम हैं। वहीं, कॉलेज की स्थापना के बाद से कॉलेज में चतुर्थ वर्ष तक कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इसके बावजूद कॉलेज में महज 5 शिक्षक ही कार्यरत हैं, जो कि आईएनसी (इंडियन नर्सिंग काउंसिल) के मानकों को कहीं भी पूरा नहीं करते हैं। इस पर प्रबंधन जल्द से जल्द शिक्षकों की कमी दूर करने की बात कर रहा है।
शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई
मुझ तक शिकायत अभी नहीं पहुंची है, हो सकता है कार्यालय में किसी अन्य अधिकारी को मिली होगी। अगर इस प्रकार से वसूली की जा रही है, तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. एस.एल आदिले, डीएमई, छग
समस्याएं दूर कर दी गई हैं
बच्चों की प्रारंभिक समस्याएं दूर कर दी गई हैं। जबकि 30 हजार रुपए बड़े ग्रुप में क्लीनिकल और कोर्स पूरा होने के बाद वहीं नौकरी देने के लिए ली गई थी।
शाहिना खान, असिस्टेंट रजिस्ट्रार, दिशा कॉलेज