इस मामले को लेकर एक पीड़ित का कहना है कि 12 नवंबर को पुलिसकर्मियों की वर्दी में आए दो लोगों ने उसकी सोसायटी में पैसे मांगे। इमारत में आईटी कपल से 2 हजार रुपये ठगे। इसके बाद ठग में से एक पुलिसकर्मी बन पीड़ित के पास आया लेकिन उसने दरवाजा बंद कर लिया। पीड़ित ने कहा है कि उसने घटना को लेकर यरवदा पुलिस को जानकारी भी थी।
नगर निगम अधिकारी बन लोगों को ठगा: बता दें कि 10 नवंबर को पुणे नगर निगम का अधिकारी बन एक शख्स ने मैगनोलिया एनेक्स हाउसिंग सोसायटी के एक अधिकारी के साथ धोखाधड़ी की। सोसायटी के गेट के पास एक नाले के जाल को बदलने की आड़ में शख्स ने कथित तौर पर पूरी सोसाइटी से करीब 7570 रुपये ठगे, जिसके बाद उसके सदस्यों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सोसायटी की एक ने बताया है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। क्योंकि पूरी सोसायटी ने उस शख्स पर विश्वास किया, जो हमारी गलती थी।
बता दें कि एक पीड़ित ने कहा है कि खाकी वर्दी पहने एक बदमाश रजिस्टर के साथ आया, जिसमें उन लोगों के नाम थे, जिन्होंने किसी वजह से से पैसे दिए थे। इसके बाद उसने पीड़ित से भी रुपए मांगे। बदमाश ने लाइसेंस मांगा, जो केवल ट्रैफिक पुलिस को पूछने की इजाजत है। इसलिए पीड़ित ने मना कर दिया और चला गया।
इस मामले पर यरवदा के पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण कदम ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है और ठगी करने वाले कई लोग हैं या फिर एक, इसका पता लगाने का प्रयास कर रही है। सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्डों को आने वाले लोगों की आईडी मांगनी चाहिए और संदिग्ध होने पर एंट्री नहीं देना चाहिए। सोसायटी प्रबंधन को ऐसे लोगों की पहचान सत्यापित करने के लिए गेट पर आना चाहिए।