PAC की मीटिंग में हुआ फैसला बुधवार को मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के घर पर हुई PAC की मीटिंग में इन नामों पर सहमित बनी है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन नामों की जानकारी दी है। आपको बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की 70 में से 66 सीटें हैं जबकि 4 सीटें बीजेपी के पास हैं। ऐसे में इन उम्मीदवारों का राज्यसभा जाना लगभग तय माना जा रहा है। आपको बता दें कि पार्टी ने अपने संस्थापक सदस्यों में से एक कुमार विश्वास को राज्यसभा न भेजने का फैसला किया है। हो सकता है कि इस फैसले के बाद पार्टी का एक बड़ा धड़ा बागी हो जाए।
कुमार विश्वास और आशुतोष की हुई अनदेखी हाल ही में कुमार विश्वास के समर्थकों ने इसी मसले पर पार्टी दफ़्तर में हंगामा किया था। तब कुमार विश्वास ने ट्वीट भी किया था, ”मैंने आप सबसे सदा कहा है पहले देश, फिर दल, फिर व्यक्ति, आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर जमा कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि स्वराज, बैक टू बेसिक, पारदर्शिता के मुद्दों के लिए संघर्ष करें, मेरे हित-अहित के लिए नहीं, स्मरण रखिए अभिमन्यु के वध में भी उसकी विजय है।”
कपिल मिश्रा और कुमार विश्वास का हमला आम आदमी पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम फाइनल होने के साथ ही दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। कुमार विश्वास का राज्यसभा के लिए न चुने जाने का दर्द साफ झलका है। उन्होंने कहा है कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए दंडित किया गया है, मैं इस दंड को स्वीकार करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं बहुत शुभकामाएं देता हूं जिनको रामलीला मैदान के लिए चुना है, मैं अरविंद और पूरी पार्टी जिन लोगों ने तय किया है उनको बधाई देता हूं।
वहीं कपिल मिश्रा ने पार्टी पर पैसे वालों को राज्यसभा भेजने का आरोप लगाया है। कपिल मिश्रा ने कहा कि हैरानी तब होती जब विश्वास आशुतोष जैसे नेताओं को राज्यसभा भेजा जाता है, लेकिन जिन्हें चुना गया है उनके पास पैसा है तो इसलिए उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है।
ये आप के नए राज्यसभा उम्मीदवार 1. संजय सिंह: पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। संजय सिंह पिछले 16 साल से बतौर सामाजिक कार्यकर्ता
काम कर रहे हैं। उन्हें अरविंद केजरीवाल का खास माना जाता है। संजय सिंह आम आदमी पार्टी से आरटीआई एक्टिविस्ट के तौर पर आप से जुड़े थे।
2. नरायण दास गुप्ता: पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट हैं। भारत सरकार के साथ काम किया है, सीए एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं। आर्थिक मामलों की गहरी समझ रखते हैं
3. सुशील गुप्ता: पूर्व कांग्रेसी नेता हैं, पेशे से कारोबारी हैं, 2015 में आप के खिलाफ चुनाव लड़ा था, गोवा विधानसभा में पार्टी की कमान संभाली थी। केजरीवाल के करीबियों में से एक हैं, 15 हजार बच्चों को फ्री में शिक्षा देते हैं, दिल्ली हरियाणा में हेल्थ के काफी काम किया है।