कर्नाटक रक्षणावेदिके उपाध्यक्ष अंजन गौड़ा, निर्मला, डोमिनिक, कुमारस्वामी समेत 13 सदस्यों का दल सोमवार सुबह पाली पहुंचा। बैंगलुरु में चिकपेट क्षेत्र के कांग्रेस उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह कुंपावत, करणी सेना जिलाध्यक्ष अजयपाल सिंह हेमावास, सोनाई मांझी सरपंच प्रताप सिंह, पार्षद प्रतिनिधि रघुनाथ सिंह मंडली, ईश्वर सिंह आशापुरा, वीरेंद्रपाल सिंह देणोक, गोपाल सिंह मनिहारी और शिवदत्त सिंह भाटी समेत कई लोगों ने अतिथियों का स्वागत किया।
मारवाड़ी भाषा को मिले मान
कर्नाटक की भाषा और संस्कृति के संरक्षण की मुहिम चला रहे संघटन कर्नाटक रक्षणावेदिके के उपाध्यक्ष अंजन गौड़ा ने कहा कि परिवार या दोस्तों के साथ जब भी घूमने का कार्यक्रम बनता हैं तो सबसे पहले राजस्थान याद आता है। यहां की संस्कृति, भाषा और इतिहास बहुत गौरवशाली है। इसलिए बार-बार राजस्थान आने का मन करता है। उन्होंने कहा कि एक बात का उन्हें दुःख है राजस्थानी भाषा को अभी तक मान्यता नहीं मिली। मातृ भाषा मां होती है, उसके सम्मान के लिए सभी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थानी को मान दिलाने के लिए जरूरत पड़ी तो वे भी आंदोलन में साथ देने को तैयार है। गौड़ा ने कहा कि कर्नाटक और राजस्थान का रिश्ता बहुत पुराना है और आगे भी सदियों तक बना रहेगा।