कश्मीर के लोगों की मदद का दिखावा करने वाले पाकिस्तान सरकार की पोल खुल गई है। पाकिस्तान ने श्रीनगर से शारजाह जाने वाली उड़ान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने को मंजूरी नहीं दी है। इससे विमानों को ज्यादा दूरी से चक्कर काटते हुए जाना पड़ेगा। इससे यात्री किराया काफी बढ़ जाएगा।
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वैसे तो यह पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय मानकों का उल्लंघन है लेकिन पाकिस्तान ने अमानवीय कदम उठाते हुए इसे रोक दिया है। बता दें कि श्रीनगर से शारजाह की उड़ान को 11 साल बाद मंजूरी दी गई है।
पाकिस्तान की इस हरकत से अब किराया बढ़ जाएगा और इसका बोझ कश्मीर के लोगों को उठाना पड़ेगा। पाकिस्तानी फैसले की वजह से श्रीनगर से उड़ान भरने वाले विमानों को अब उदयपुर, अहमदाबाद और ओमान के रास्ते शारजाह जाना पड़ेगा।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके इसे दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ठीक यही हरकत साल 2009-10 में एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान के दुबई जाने वाले विमान के साथ की थी।
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अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि गो फर्स्ट को पाकिस्तानी एयरस्पेस से उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी तो यह रिश्तों में सुधार का संकेत था लेकिन दुखद यह रहा है कि यह नहीं होने जा रहा है। इससे पहले 23 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर-शारजाह की उड़ान को हरी झंडी दिखाई थी। इससे अब 11 साल बाद यूएई का सीधा संपर्क कश्मीर से हो गया था।
भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के फैसले के बारे में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सूचना दी है। एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान का फैसला बहुत ही चौकाने वाला है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक बिना लैंडिंग के पूरे इलाके से विमानों को उड़ान भरने की आजादी है। 14 फरवरी, 2009 को एयर इंडिया एक्सप्रेस ने पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान को श्रीनगर से दुबई के बीच शुरू किया था। अभी गो फर्स्ट की सेवाएं श्रीनगर से हैं।