दरअसल सेक्टर-123 में कूड़ा डालना प्राधिकरण ने फिलहाल बंद कर दिया है लेकिन डंपिंग ग्राउंड यहां से शिफ्ट होगा या नहीं, इसको लेकर कोई भी अधिकारी बयान सामने नहीं आया है। प्रदर्शनकारिओं का कहना है कि कूड़ा घर स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है, या नहीं प्राधिकरण ने लिखित में अभी तक आदेश जारी नहीं किया है। जो सीएम योगी ने बोला है,वो प्राधिकरण लिखित में दे। इस दौरान बच्चों ने भी पर्यावरण बचाओ का संदेश देने वाली तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और डंपिंग ग्राउंड हटाने की मुहिम में सोमवार को छोटे बच्चे शामिल हुए। बच्चों ने डंपिंग ग्राउंड की जगह ग्रीनरी लगाने या स्टेडियम बनाने की मांग की है। डंपिंग ग्राउंड की जगह ग्रीन बेल्ट बनाया जाए या बच्चों मांग की है कि स्टेडियम बनाया जाए। हाथों में बैनर-पोस्टर लिए बच्चों नारा था कि हम बच्चों की ये है आस, स्टेडियम हो हमारे घर के पास।
वहीं दूसरी ओर नोएडा के सेक्टर 123 से डपिंग ग्राउंड को फिलहाल अस्थाई रूप से शिफ्ट किए जाने की बात की जा रही है लेकिन जिला प्रशासन और प्राधिकरण के लिए डंपिंग ग्राउंड बनाना बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। अब ग्रेटर नोएडा के खोदना खुर्द गांव के लोग डंपिंग ग्राउंड का विरोध में आ गए हैं। जिसके चलते नोएडा प्राधिकरण असमंजस की स्थिति में पड़ गया है कि आखिर इस डंपिंग ग्राउंड को कहां बनाया?
गांव खदना खुर्द जिस जगह बैठकर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे है इस जगह पर प्राधिकरण की टीम डम्पिग ग्राउंड को बनाने पहुंची थी। सैकड़ो ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए प्राधिकरण की जेसीबी मशीन को मौके से भगा दिया,और जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है अगर यहां डंपिग ग्राउंड बनता है, तो इस डंपिग ग्राउंड के पास कई गांव आते है जो की प्रदूषण से घिर जायेगे और लोगों को अनेक प्रकार की बीमारियां होने लगेगी जिसके चलते वहे इसका विरोध कर रहे हैं।