भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, अगर राहुल गांधी को अपनी जिद से लोगों को अपमानित करने का और गाली देने का अधिकार है तो उनकी गाली से पीड़ित लोगों को भी मानहानि का केस करने का अधिकार है। आप गाली देंगे, आप देश की सेना का अपमान करेंगे, देश के शहीदों की शहादत का मजाक बनाएंगे, आप देश की राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति का अपमान करेंगे। आप देश के मतदाताओं का अपमान करेंगे और कहेंगे कि मैं सत्य और अहिंसा में विश्वास करता हूं, ऐसा कैसे चलेगा।
राहुल गांधी को मिली सजा पर कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा दिए गए बयान को अदालत की अवमानना करार देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, कांग्रेस के अध्यक्ष से एक जिम्मेदार बयान की उम्मीद की जाती है लेकिन उन्होंने यह कहा है कि, कोर्ट के जज को बार बार बदला गया। उन्हें कोर्ट पर भी भरोसा नहीं है। क्या कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका को भी अपनी जेब में रखना चाहती है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी बहुत कुछ कह रही है लेकिन ये नहीं बता रही है कि राहुल गांधी ने कहा क्या था। राहुल गांधी ने कर्नाटक में 2019 की चुनावी रैली में कहा था कि सारे चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि, राहुल जी को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। शब्दों की चोट शस्त्रों की चोट से ज्यादा गहरी और पीड़ादायक होती है। और शब्द जब अनर्गल और झूठे हों तब चोट और भी गहरी और कष्टदायक हो जाती है। मुझे विश्वास है कि इस न्यायिक आदेश से सीख लेते हुए हम सभी को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक जीवन में शब्दों की मर्यादा किसी भी स्थिति में टूटने न पाए।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहाकि, जैसा बीज बोएंगे वैसा ही पौधा निकलेगा। मनमोहन सिंह जी और शरद यादव व अन्य ने मिलकर कानून में संशोधन किया था। जिसमें 2 साल नहीं बल्कि 5 साल की अगर सज़ा हो तब संसद की सदस्यता खत्म होनी चाहिए और इन्होंने उस बिल को जनता के सामने फाड़ा था।