मामले की जांच के बीच घर में चोरी से उठ रहे सवाल
इधर मामले की जांच के बीच अंजलि के घर में हुई चोरी को परिजनों ने निधि की साजिश बताया। परिजन का आरोप है कि वह पकड़े जाने के डर से अपना सामान हमारे घर में रखवाना चाह रही है। परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीते आठ दिन से पुलिस हर जगह थी लेकिन कल ही क्यों नहीं थी?
हो ना हो इसमें पुलिस वालों की भी मिलीभगत होगी।
अंजलि के परिजन बोले- यह निधि की साजिश
अंजलि के परिवार की एक सदस्य अनु ने कहा कि पड़ोसियों ने चोरी के बारे में बताया था। यह निधि की साजिश है। वह पकड़े जाने के डर से अपना सामान हमारे घर में रखवाना चाह रही है। पुलिस 8 दिन से हर जगह थी लेकिन कल ही क्यों नहीं थी? इधर चोरी की सूचना मिलने पर अमन विहार थाने के अधिकारी मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की।
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मामले में सात आरोपी गिरफ्तार
1 जनवरी को, अंजलि और निधि रोहिणी के एक होटल में पार्टी के बाद घर जा रहे थे। इस दौरान उनकी मारुति बलेनो कार से टक्कर हो गई। निधि को मामूली चोटें आईं, लेकिन अंजलि कई किलोमीटर तक कार के नीचे घसीटती चली गई। इससे पहले, पुलिस ने निधि का धारा 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज किया था और घटना की चश्मदीद गवाह बनाया। पुलिस ने सात आरोपियों आशुतोष, अंकुश खन्ना, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था। अंकुश को हाल ही में कोर्ट ने जमानत दी थी।
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