बता दें,
राजस्थान उपचुनाव में सात सीटों पर कुल 69 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा, कांग्रेस, आरएलपी और बीएपी के साथ कुछ अन्य दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
खींवसर में दो प्रत्याशियों का नहीं लगेगा वोट
जानकारी के मुताबिक इस बार खींवसर विधानसभा सीट पर तीन उम्मीदवारों में से केवल एक ही उम्मीदवार खुद को वोट डाल पाएगा। बाकी दो उम्मीदवार खुद को वोट नहीं कर पाएंगे। क्योंकि दो उम्मीदवारों का खींवसर विधानसभा में वोट नहीं लगता है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से कनिका बेनीवाल का विधानसभा क्षेत्र नागौर है, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी रतन चौधरी का भी विधानसभा क्षेत्र नागौर लगता है। इसलिए दोनों ही उम्मीदवा खुद को वोट नहीं कर पाएंगी। खींवसर में BJP-RLP में टक्कर, कांग्रेस कमजोर
खींवसर सीट पर बीजेपी के रेवंतराम डांगा, कांग्रेस प्रत्याशी रतन चौधरी और RLP से सांसद हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। लेकिन असल मुकाबला बीजेपी और RLP के बीच ही नजर आ रहा है। अगर बीजेपी में भीतरघात नहीं हुई तो रेवंतराम डांगा इस बार विधानसभा पहुंच सकते हैं। वहीं, हनुमान बेनीवाल के लिए वजूद की लड़ाई है, इसलिए पूरी ताकत झोंके हुए हैं। इस बार भी यहां हार-जीत का अंतर कम ही रह सकता है।
बताते चलें कि राजस्थान की सात सीटों झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ पर
उपचुनाव के लिए मतदान कल यानि बुधवार 13 नवंबर को होगा। इन सभी सीटों पर जबरदस्त मुकाबला है। 5 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। जबकि 2 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है।