Nagaur patrika…पेचवर्क अभियान चलने के बाद भी सडक़ों की हालत खोल रही हुक्मरानों की पोल
-दीपावली से पूर्व नगरपरिषद की ओर से चला था सडक़ों की मरम्मत का अभियान-अभियान चलने के बाद प्रमुख बाजारों, आवासीय क्षेत्रों के सडक़ों के साथ राजमार्गों की हालत नहीं सुधरीनागौर. शहर में दीपावली से पूर्व चले पेचवर्क अभियान चलने के बाद भी सडक़ों की हालत नहीं सुधरी।हालांकि कुछ जगहों पर पेचवर्क किया गया, लेकिन ज्यादातर […]
-दीपावली से पूर्व नगरपरिषद की ओर से चला था सडक़ों की मरम्मत का अभियान
-अभियान चलने के बाद प्रमुख बाजारों, आवासीय क्षेत्रों के सडक़ों के साथ राजमार्गों की हालत नहीं सुधरी
नागौर. शहर में दीपावली से पूर्व चले पेचवर्क अभियान चलने के बाद भी सडक़ों की हालत नहीं सुधरी।हालांकि कुछ जगहों पर पेचवर्क किया गया, लेकिन ज्यादातर सडक़ों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। राजमार्गों, रिहायसी क्षेत्रों के साथ ही प्रमुख बाजारों में अधिकतर सडक़ें बेकार हो चुकी हैं। इन रास्तों पर सफर में आम की दिक्कतों के साथ ही सडक़ों की यह हालत शहर के हुक्मरानों की पोल खेाल नजर आ रही है।
गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा
गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा जाने वाले रास्तों पर कई जगह हुए गड्ढों के कारण सडक़ मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुकी है। गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा पहुंचने के रास्ते हुए गड्ढों की संख्या तिहाई का आंकड़ा पार कर चुकी है। यह स्थिति तब है,जबकि यहां पर सुबह छह बजे से लेकर न केवल रात्रि 10 बजे तक ट्रैफिक व्यस्त रहता है, बल्कि शहर के मुख्य बाजार के एरिया में भी यह शामिल है। इसके बाद भी इस मार्ग की मरम्मत पेचवर्क के लिए अभियान में नहीं की गई।
हाथी पोल से लेकर वाटरवक्र्स चौराहा
हाथीपोल से लेकर वाटरवक्र्स चौराहा तक सडक़ की हालत बेहद खराब है। विशेषकर हाथीपोल से महज 50 मीटर के एरिया में ही गड्ढों की संख्या डेढ़ सौ से भी ज्यादा है। इसके चलते यहां पर वाहन उछलते हुए चलते रहते हैं। यहां से आगे पहुंचने पर भी गड्ढे ही मिलते हैं। यह स्थिति पूरे वाटरवक्र्स चौराहा पहुंचने तक बनी रहती है।
गांधी चौक से दिल्ली दरवाजा
गांधी चौक के रास्ते दिल्ली दरवाजा पहुंचने तक सडक़ पर हर दो मीटर की दूरी पर एक गड्ढा मिल जाता है। जबकि इस एरिया में हार्डवेयर, साफ्टवेयर की दुकानों के साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंकें, निजी आफिस एवं लोहे सामानों का पूरा बाजार है। इसके बाद भी इस सडक़ की हालत लंबे समय से इसी तरह बनी हुई है।
नया दरवाजा से शारदापुरम रोड
नया दरवाजा से लेकर शारदापुरम रोड तक के रास्ते छोटे नहीं, बल्कि कई जगह पर बड़े गड्ढे हो चुके हैं। विशेषकर बरसात के दौरान यहां से गुजरना भी संकट को आमंत्रण देने के बराबर रहता है। इस रास्ते की मरम्मत भी काफी समय से नहीं की गई है। सामान्य दिनों में भी इस रास्ते पर सफर करना मुश्किल हो चुका है।
इन रास्तों की हालत भी खराब
शहर के सुगन सिंह सर्किल, कोतवाली थाने से पीछे जोधपुर रोड की ओर, ए रोड, बी रोड, कुम्हारी दरवाजा, नया दरवाजा से काठडिय़ा का चौक, बाठडिय़ा का चौक, मिश्रावाड़ी, भूरावाड़ी, तहसील चौक, तिगरी बाजार, पंसारी बाजार, बाजरवाड़ा, गिनाणी तालाब रोड आदि क्षेत्र की सडक़ों की हालत भी बेहद खराब हो चुकी है। इन पर सफर करना मुश्किल है।
इनका कहना है…
सडक़ों की मरम्मत के लिए दीपावली के दौरान अभियान स्तर पर पेचवर्क कराया गया था। इसके बाद भी सडक़ों की स्थिति कई जगहों पर खराब है तो जांच कराकर आवश्यक कदम जल्द ही उठाए जाएंगे।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद नागौर
Hindi News / Nagaur / Nagaur patrika…पेचवर्क अभियान चलने के बाद भी सडक़ों की हालत खोल रही हुक्मरानों की पोल