मंत्री के बेटे धनंजय सिंह खींवसर (Dhananjai Singh Khimsar) ने आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल पर एमपी एलडी फंड से होने वाले विकास कार्यों को रद्द करवाने का आरोप लगाते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘खींवसर की जनता द्वारा “कमल” रूपी विकास को चुनने का निर्णय माननीय को इतना नागवार गुजरा है कि द्वेषपूर्ण राजनीति की पराकाष्ठा कर दी गई है। यह कृत्य बेहद निंदनीय है।’
‘माननीय की द्वेषपूर्ण राजनीति पूर्णतया झलक रही है’
उन्होंने आगे लिखा कि ‘एमपी एलएडी फंड से होने वाले विकास कार्यों को रद्द करवाने के इस निर्णय में माननीय की निराशा और द्वेषपूर्ण राजनीति पूर्णतया झलक रही है। यह निर्णय खींवसर के विकास और जनता की आशाओं, आकांक्षाओं को प्रभावित करेगा। इन निम्न स्तरीय राजनीति से खींवसर का विकास नहीं रुकने वाला, क्योंकि खींवसर भी अब डबल इंजन की विकास समर्पित भाजपा सरकार का हिस्सा है।’ हालांकि धनंजय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पत्रों में
नागौर जिला कलक्टर को लिखे पत्र पर तारीख 18 नवंबर लिखी है। जिसमें लिखा है कि ‘पूर्व में अभिशंषित निम्नलिखित कार्यों के तकनीकी रूप से संभव नहीं होने के कारण निरस्त करवाने का श्रम करें।’ वहीं, जिला परिषद नागौर ने 27 नवंबर को विकास कार्यों को प्रशासनिक स्वीकृति निरस्त की है। इस आदेश में लिखा है कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत पूर्व में प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई थी। उक्त कार्यों को निरस्त करवाने के लिए सांसद से पत्र दिनांक 26 नवंबर 2024 प्राप्त हुआ। अत: पूर्व में जारी कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति की जाती है।
16 साल बाद बेनीवाल को मिली हार
खींवसर विधानसभा बनने के बाद लगातार 16 साल से जीत दर्ज कर रहे आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल इस बार भाजपा के चक्रव्यूह में फंस गए। भाजपा ने यहां 13,901 वोट से जीत दर्ज कर आरएलपी का गढ़ कहे जाने वाले खींवसर को फतेह कर लिया। चार विधानसभा चुनाव एवं दो लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मिली हार को लेकर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वे जनता के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।