Coronavirus: स्कूलों की छुट्टी के बाद Swimming Pool पर भी लगी रोक, सरकारी कार्यक्रम भी रद्द
शनिवार को लाजपत नगर की सड़को पर क्षेत्रवासियों की ओर से कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए हवन कराया गया। इसमें चिरायता, कालमेघ, कपूर, तुलसी, सर्पपंखा, करांजगीरी, गिलोय, कुटकी, नीम की निमोली का मिश्रण बनाकर औषधियुक्त हवन सामग्री से हवन किया गया।
बागपत: यमुना नदी में नाव पलटने से हुए हादसे में एक महिला का शव बरामद, 2 अभी भी लापता
आयोजकों में शामिल पंकज शर्मा ने बताया कि हिंदू धर्म में शुद्धीकरण के लिए हवन का विधान है। हवन कुण्ड में अग्नि के जरिये देवताओं के निकट हवि पहुंचाने की प्रक्रिया यज्ञ कहलाती है। हवि उस पदार्थ को कहा जाता है जिसकी अग्नि में आहुति दी जाती है। कोरोना वायरस से बचने के लिए लाजपत नगर में हवन पूजन किया गया। लोगों की आस्था है कि हवन से उठने वाले धुंए से हजारों बीमारियों का नाश होता है। इसी विश्वास के साथ आम जनता ने लाजपत नगर की सड़कों पर हवन पूजन किया।
Vidoe: साध्वी प्राची ने हिंसा के आरोपियों के फोटो चौराहे पर लगाने का किया समर्थन
यहां बता दें कि चीन से शुरू हुए कोरोना का प्रकोप भारत के साथ विश्व के कई देशों में फैलने से हड़कम्प मच गया है। बीमारी के भारत मे दस्तक देने के बाद लोगों में डर का माहौल है। ऐसे में कोरोना से निजात दिलाने के लिए लाजपत नगर की सड़कों पर हवन पूजन किया गया। लोगों ने बताया की वेदों में लिखा है कि हवन से उठने वाले धुंए से लाखों बीमारी का खात्मा होता है। इसी विश्वास के साथ लोगों ने हवन किया है।