वहीं कुछ का कहना है कि लॉकडाउन में ढील देकर अर्थव्यवस्था (Economy) को डूबने से बचाया जा सकता है। ब्रिटेन में सोमवार को लॉकडाउन प्रतिबंधों में कुछ छूट दी गई है। इन रियायतों में प्राथमिक विद्यालयों और बाहरी बाजारों को खोलने के साथ-साथ कुछ खेल गतिविधियों की अनुमति दी गई है।
गौरतलब है कि ब्रिटेन में इस घातक वायरस से अब तक 38 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राब ने एक साक्षात्कार में कहा कि यदि किसी खास क्षेत्र में वायरस के मामलों में वृद्धि होती है,तो हमारे पास इनसे निपटने के उपाय हैं।’ उन्होंने कहा कि स्थिति में काफी हद तक सुधार आया है और कोविड-19 के नए मामलों में कमी आई है।
ब्रिटेने में सोमवार से दी जानी वाले छूट के तहत बाहर सिर्फ छह लोगों के समूह इजाजत मिल सकेगी। इस तरह से आने वाली 15 जून से कुछ और छूट भी मिलेंगी। राब ने अनुसार जाहिर है इस दौरान कुछ ऐसे में भी पल आएंगे जो काफी संवेदनशील होंगे। मगर हम हमेशा के लिए लॉकडाउन में नहीं रह सकते। हम लोगों को खुद को बदलना होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि कहीं हालात दोबारा से बेकाबू न हो जाएं। सरकार ने ‘ट्रैक, ट्रैस और आइसोलेट’ प्रोग्राम शुरू कर दिया है। इसके जरिए मामलों पर नजर रखी जाएगी। एक्सपर्ट्स की राय है अभी तक इस प्रोग्राम की सफलता संदिग्ध है। साथ ही देश में अभी भी हर दिन 8 हजार नए केस सामने आ रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन खोलने से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।