मिर्जापुर में एक रिटायर्ड इंस्पेक्टर दिलावर हुसैन सिद्दीकी ने अपनी लड़की की मौत के बाद उसके शव को एक महीने तक घर मे इस उम्मीद में छिपा कर रखा था कि लड़की उनकी जिन्दा है। घर से लगातार आ रही बदबू से परेशान मुहल्ले वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दिया तो पुलिस ने शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मामला कटरा कोतवाली के हथिया फाटक इलाके का है, जहां रिटायर्ड इंस्पेक्टर दिलावर सिद्दीकी अपनी पत्नी और लड़की जिन्नत सिद्दीकी 30 वर्ष के साथ रहते थे। पिछले बीस दिन पहले इस घर से बदबू आने की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस को दिया। मौके पर पुलिस पहुंची तो रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने घर की जांच नहीं करने दिया, लिहाजा पुलिस बैरंग वापस लौट आयी। सोमवार को एक बार फिर घर से तेज बदबू की शिकायत स्थानीय लोगों ने कटरा कोतवाली पुलिस को दिया। मौके पर कटरा कोतवाल मनोज सिंह दल बल के साथ पहुंचे, घर पहुंचे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ रहे रिटायर्ड इंस्पेक्टर के दोनों लड़के अनवर और आफताब ने स्वीकार किया कि घर में उनकीे बहन की लाश है। जब पुलिस ने घर के अंदर पहुंची तो लड़की का शव कमरे के फर्श पर पड़ा हुआ था। शव पूरी तरह से गल चुका था, सिर्फ हड्डियों ही बची हुई थी।
वहीं मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश स्वरूप पांडेय का कहना है कि रिटायर्ड इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी दोनों अर्धविक्षिप्त है। यह लड़की के मौत के एक महीने बाद भी उसे जिंदा समझ कर अपने कमरे में रखे हुए थे। पुलिस के मुताबिक मृतक लड़की भी विक्षिप्त थी, फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
BY- SURESH SINGH यहां देखें वीडियो