शहीद जवानों की मदद के लिए सहवाग के बाद सामने आया ये नामचीन क्रिकेटर, किया इतनी बड़ी मदद का एेलान यहां बता दें कि पुलवामा एनकाउंटर में शहीद हुए 26 वर्षीय अजय कुमार सात अप्रैल 2011 को 20 ग्रेनेडियर में भर्ती हुए थे। जम्मू-कश्मीर में उनकी पोस्टिंग कुछ माह पूर्व ही हुई थी। इसके बाद उनको 55 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनाती मिली थी। अजय के परिजनों ने बताया कि सोमवार सुबह उन्हें सैन्य अधिकारियों ने फोन पर उनकी शहादत की सूचना दी थी। अजय हाल ही में एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे। 30 जनवरी को ही ड्यूटी पर गए थे। अजय का एक बेटा आरव है जो कि ढाई साल का है। वहीं उनके पिता वीरपाल भी सेना से सेवानिवृत्त हैं।
पुलवामा हमले को लेकर मुस्लिम युवक ने फेसबुक जाहिर की खुशी, पुलिस ने की ये बड़ी कार्रवार्इ अजय की शहादत की सूचना मिलते ही पत्नी डिंपल बेहोश हो गई। उनको घर की महिलाओं ने संभाला। अजय के घर में हाहाकार मचा हुआ है। उनके परिजनों और रिश्तेदारों को जैसे-जैसे अजय के शहीद होने की सूचना मिल रही है। वैसे-वैसे लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। घर और गांव में चारों ओर अजय की बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं। अजय के पिता वीरपाल का कहना है कि उन्हें अपने बेटे की बहादुरी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर भी गर्व है कि उनके बेटा अपने शहीद जवानों की शहादत का बदला लेकर शहीद हुआ है।