पहले बैकग्राउंड समझते हैं
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के वर्णिका सिटी में किराना व्यापारी सुनील कुमार रहते हैं। उनका 16 साल का बेटा अभिनव क्लास-11 का छात्र था। वह मंगलपांडे नगर स्थित एक कोचिंग से JEE की तैयारी कर रहा था। अचानक वो 28 दिसंबर को गायब हो जाता है। उसके करीबी दोस्त और घरवाले उसकी तलाश में जुट जाते हैं और अलसुबह तीन बजे मिलता है उसका शव।
आखिर कैसे हुई अभिनव की हत्या?
इस घटना में अभिनव का दोस्त ही उसकी हत्या का आरोपी है। दरअसल हत्यारोपी के महिला मित्र की आपत्तिजनक तस्वीरें अभिनव ने धोखे से उसके (हत्यारोपी) मोबाइल से अपने मोबाइल में ले ली थी। हत्यारोपी को किसी अन्य मित्र ने इसकी सूचना दी। इसके बाद खुद अभिनव ने उसे फोन कर बताया कि उसके गर्लफ्रेंड की आपत्तिजनक तस्वीरें अब उसके पास भी हैं। अब उसे (हत्यारोपी) उसकी प्रेमिका के इज्जत खराब होने का डर सताने लगा और साथ ही उसके इस प्रेम-प्रसंग के सबके सामने आने का डर।
दो दिनों तक की मर्डर की प्लानिंग
अभिनव के हत्या की प्लानिंग हत्यारोपी ने दो दिनों में की। उसने निर्णय लिया की अभिनव को मामले से साइड करना है। इसके बाद प्लानिंग के तहत उसने अपना मोबाइल बेचा। मोबाइल से मिले पैसे से उसने तय किया कि वो अभिनव को अकेले में पार्टी देगा और वहीं उसकी हत्या कर देगा।
सबकुछ प्लान के मुताबिक
अभिनव बेगमपुल पर एक दुकानदार को अपना मोबाइल 8 हजार रुपए में बेच दिया। अपनी बाइक आबूलेन पार्किंग में खड़ी करके अभिनव की स्कूटी से बीयर की दुकान में गया और वहां बीयर पी। उसे खूब बीयर पिलाई और खुद कम पी। इसके बाद वह अभिनव को लेकर KFC पहुंचा और उसको चिकन खिलाया।
बहाने से सूनसान इलाके में ले गया
अभिनव नशे में हुआ तो वह उसकी स्कूटी खुद चलाने लगा। अभिनव को पीछे बैठा लिया। इसके बाद उसे लेकर गढ़ रोड पर BIIMT कॉलेज के पीछे बनी चकरोड पर ट्यूबवेल के पास सुनसान इलाके में ले गया। यहां पास के ठेके से दोबारा बीयर खरीदी। ट्यूबवेल के पास बैठकर दोनों ने फिर बीयर पी। करीब 3 बजे अभिनव जब नशे में हो गया तो उसको भावनपुर थाना क्षेत्र में काली नदी के पास ले गया।
पहले सवाल, फिर दी सजा
हत्यारोपी ने अभिनव से कहा कि तुमने मेरी गर्लफ्रेंड के न्यूड फोटो वायरल करके उसकी इज्जत खराब की है। मैं तुम्हें छोड़ूंगा नहीं। इसके बाद एक के बाद एक ताबड़तोड़ हथौड़े से उसने अभिनव के सिर पर मारे। बेहोशी और चोट के असर से अभिनव की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद आरोपी ने पहने नए कपड़े
हथौड़े से वार करने के चलते आरोपी के सारे कपडे खून से लथपथ हो गए। उसने पास के ट्यूबवेल में डुबकी लगाकर खून को धो लिया। इसके बाद अभिनव का मोबाइल और उसकी स्कूटी लेकर वहां से निकल गया। कपड़े गीले होने की वजह से गढ़ रोड स्थित एक मार्ट पहुंचा। वहां से आरोपी ने अपने लिए नए कपड़े खरीदे। ट्रायल रूम में कपड़े बदलकर वहां से आबूलेन पहुंचा।
अभिनव का फोन कर दिया री-सेट
आरोपी ने शाम चार बजे अभिनव के मोबाइल को री-सेट करने के बाद स्विच ऑफ कर दिया। सिम निकालकर फेंक दिया। इसके बाद मोबाइल एक दुकान पर बेच दिया। अभिनव की स्कूटी दुकान पर कड़ी करने के बाद वो अपने घर चला गया। बेटे के घर न पहुंचने पर परेशान हुए पिता
अभिनव के घर ना पहुंचने पर उसके पिता ने खोजबीन शुरू की। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस और अभिनव के परिवार वालों का शक अभिनव के उस दोस्त पर ही थी। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। कुछ देर तक वो पुलिस को गुमराह करता रहा और उसके बाद पुलिस के सख्ती के आगे टूट गया और अपनी प्लानिंग और जुर्म कबूल कर लिया।