दरअसल, खरदौनी गांव निवासी सतीश मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। गुरुवार देर रात सतीश की पत्नी चिकित्सक के यहां दवाई लेने गई थी, जबकि सतीश काम से नहीं लौटा था। इसी दौरान बड़ा बेटा शिवम बाजार से लाई गई गंधक पोटाश को इमाम जस्ते में डालकर पीसने लगा। गंधक पोटाश पीसने के दौरान अचानक उसमें विस्फोट हो गया, जिस कारण इमाम जस्ता फट गया। विस्फोट की चपेट में आने से शिवम का एक हाथ कट गया व एक आंख क्षतिग्रस्त हो गई।
वहीं, उसका छोटा भाई मोनू व अनंत का चेहरा भी बुरी तरह झुलस गया। जानकारी मिलने पर माता-पिता और पड़ोसी घर की ओर दौड़ पड़े। आनन-फानन में घायल तीनों बच्चों को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। थाना प्रभारी उपेंद्र मलिक का कहना है कि बच्चों को गंधक पोटाश की जानकारी नहीं थी। वह पहली बार गंधक पोटाश लेकर आए थे। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने उस व्यक्ति के बारे में पता किया जा रहा है जिससे बच्चे गंधक और पोटाश लेकर आए थे। उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी।