अस्पताल ने वसूले 3.7 लाख रुपये एक रिपोर्ट के अनुसार, मथुरा की रहने वाली 42 वर्षीय हेमलता अग्रवाल कोरोना से संक्रमित थी, उनको इलाज के लिए मथुरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनका इलाज तो शुरू कर दिया गया था लेकिन डॉक्टर्स उनको बचा नहीं पाए और इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। वहीं इसके बाद अस्पताल में 1 दिन के इलाज का बिल 3.7 लाख रुपये बनाया।
डीएम ने दिए जांच के आदेश इस बात की सूचना मिलते ही मथुरा के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) नवनीत सिंह चहल ने इस प्राइवेट अस्पताल केडी मेडिकल कॉलेज के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल द्वारा किए गए इस काम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अस्पातल ने लौटाए 3 लाख रुपये बता दें कि मरीज को भर्ती करते ही अस्पताल वालों ने परिजनों से 6.75 लाख रुपये जमा कर लिए थे। बिल बनाने के बाद अस्पताल बचे हुए पैसे लौटाने से इन्कार कर रहा था। लेकिन डॉक्टर और मरीज के परिवार के लोगों की बीच का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित परिवार को 3 लाख रुपये लौटा दिए।
अस्पताल के मालिक ने दी सफाई मनोज अग्रवाल जो कि इस अस्पताल के मालिक हैं जब उनसे इस पूरे मामले में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैं इस घटना के बारे में पता लगा रहा हूं। फिलहाल डॉ. भल्ला जिनका ये ऑडियो वायरल हुआ है वह अभी दिल्ली मे हैं उनके वापस आने के बाद ही उनसे बात हो पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 रोगियों को सरकारी निर्धारित दरों पर ही इलाज किया जा रहा है।