दरअसल, यह घटना मथुरा जिले के थाना बकलपुर क्षेत्र की है। जहां अमर कॉलोनी के रहने वाले रिक्शा चालक प्रताप सिंह को आयकर विभाग ने 3 करोड़ 47 लाख 54 हजार 896 रुपये के बकाये भुगतान का नोटिस भेजा है। नोटिस मिलने के बाद प्रताप सिंह सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर आपबीती बयां की है। उसका कहना है कि 15 मार्च को ही उसने बाकलपुर के एक जन सुविधा केंद्र पर पैन कार्ड के लिए आवेदन किया था, जिसका संचालन तेज प्रकाश उपाध्याय करते हैं। प्रताप का कहना है कि बैंक में लगाने के लिए पैन कार्ड की जरूरत थी। इसके बाद उसे बाकलपुर के संजय सिंह ने पैन कार्ड की कलर फोटोकॉपी दी। प्रताप ने कि बताया कि अनपढ़ होने के कारण वह फोटोकॉपी और मूल कार्ड में अंतर भी नहीं कर सकता है। उसे तीन महीने तक दर-दर की ठोंकरे खाने के बाद पैन कार्ड मिला है।
यह भी पढ़ें-
बिकरू हत्याकांड: शहीद पुलिसकर्मी की विधवा पत्नी ने लगाया राहत देने में भेदभाव का आरोप 43 करोड़ 44 लाख 36 हजार 201 रुपये का कारोबार प्रताप सिंह ने बताया कि 19 अक्टूबर को ही आयकर विभाग के अधिकारी का फोन आया था और उन्हें 3 करोड़ 47 लाख 54 हजार 896 रुपये के बकाये भुगतान के लिए कहा गया। उसका कहना है कि अधिकारियों ने बताया है कि किसी ने बिजनेस करने के लिए उसके नाम पर जीएसटी नंबर लिया है। जिसके जरिये वित्त वर्ष 2018-19 में 43 करोड़ 44 लाख 36 हजार 201 रुपये का कारोबार किया गया है। प्रताप सिंह का कहना है कि वह तो एक रिक्शा चलाकर जैसे-तैसे गुजारा करता है। जिसने भी उसके नाम पर धोखाधड़ी की है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।