कोविड नियमों का करना होगा पालन प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि सुबह दर्शन हो जाने के बाद मंंदिर के कपाट शाम को लगभग 5:30 बजे दर्शन खुलेंगे। इधर, वृंदावन के राधा दामोदर मंदिर, राधारमण, राधा गोपीनासथ, राधा गोकुलानंद, राधा मदनमोहन, राधा गोविंद देव, राधा श्याम सुंदर मंदिर सहित प्राचीन मंदिरों में ठाकुरजी अपने भक्तों को सर्वांग चंदन दर्शन देंगे। अक्षय तृतीया से धर्म नगरी के सभी प्रमुख मंदिरों में फूल बंगले बनने प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों को कोविड नियमों का पालन करना होगा। मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर प्रबंधन ने मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से खुद शारीरिक दूरी व कोविड के प्रोटोकाल का पालन करने की अपील की गई है।
दर्शनारथियों के लिए की गई वनवे व्यवस्था मंदिर प्रबंधक ने आगे बताया कि श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए वनवे व्यवस्था की गई है। मंदिर में श्रद्धालुओं को गेट संख्या 2 व 3 से प्रवेश दिया जाएगा। गेट संख्या चार से श्रद्धालु बाहर निकलेंगे। आपातकाल व्यवस्था के लिए गेट संख्या एक का उपयोग किया जाएगा। वहीं श्रद्धालुओं को गलियों में भी वनवे रूट से ही मंदिर आने दिया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को विद्यापीठ चौराहा से मंदिर को आने वाले मार्ग, किशोर पुरा तिराहा से गौतम पाड़ा एवं जुगल घाट, फलाहरी बाबा वाली गली से होते हुए मंदिर में पहुंचने वाले मार्ग से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं मंदिर प्रबंधन ने बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को न आने की अपील की है।