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किस श्रेणी से कितने आवेदन
– संस्थागत खरीदारों की श्रेणी में आठ फीसदी आवेदन किए।
– गैर- संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 62 फीसदी आवेदन मिले।
– खुदरा निवेशकों की श्रेणी में 14.61 गुणा शेयरों के लिए आवेदन आए।
– कंपनी एंकर निवेशकों से 316 करोड़ रुपए जुटा चुकी है।
– आईपीओ बुधवार, 9 सितंबर को बंद हो जाएगा।
– आईपीओ में मूल्य दायरा 165 रुपए से 166 रुपए रखा गया।
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डिजिटल विंग से आता है 97 फीसदी रेवेन्यू
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हैपिएस्ट माइंड्स के रेवेन्यू मॉडल की बात करें तो उसका 97 फीसदी रेवेन्यू डिजिटल विंग से आता है। जो कि देश की बड़ी आईटी कंपनियों इन्फोसिस, कॉग्निजेंट, माइंडट्री के मुकाबले काफी ज्यादा है। जबकि इन का ऐवरेज कंट्रीब्यूशन 40-50 फीसदी के करीब है। आपको बता दें कि कंपनी के प्रमोटर अशोक सूता मिडकैप आईटी फर्म माइंडस्पेस के फाउंडर रह चुके हैं। जिसे आद में लार्सन ऐंड टूब्रो ने खरीद लिया था। अशोक सूता ने विप्रो के साथ 15 सालों तक काम किया।
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कब हुई थी कंपनी की शुरुआत
अशोक सूता ने हैपिएस्ट माइंड्स की शुरूआत अप्रैल 2011 में की थी। जिसका हेडक्वार्टर बेंगलुरु में बनाया गया है। कंपनी डिजिटल बिजनेस सर्विसेज, प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सर्विसेज और इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट और सेक्योरिटी सर्विसेज देती है। कंपनी के एंकर्स निवेशकों में सिंगापुर सरकार, गोल्डमैन सैक्स, कुवैत इंवेस्टमेंट अथॉरिटी, नोमुरा फंड्स आयरलैंड, जुपिटर इंडिया और पैसिफिक होराइजन इन्वेस्टमेंट शामिल हैं।