असुरक्षा व भय है कारण
लाइफ कोच जेसना बुर्जा कहती हैं कि मौजूदा दौर में हर व्यक्ति ने भुला दिया है कि असल में वह कौन है और क्या कर सकता है। हम अपनी असुरक्षा और भय के कारण नया नहीं सोच पा रहे हैं और सिर्फ दूसरों को फॉलो कर रहे हैं। जीवन में पर्सनल डवलपमेंट पाने के लिए जरूरी है कि हमारा खुद के ऊपर कंट्रोल हो। दूसरों की नकल करने के बजाय हर काम का खुद निर्णय लें।
काम खुद तय करें
हर व्यक्ति की सोच, आदतें और पारिवारिक माहौल अलग होता है। ऐसे में हर व्यक्ति को अपने हिसाब से सोचने और काम करने का हक है। इसके लिए इंसान को ओपन माइंडेड होना चाहिए और समाज में मौजूद सोच से ऊपर उठना चाहिए। उदाहरण के लिए आज आपको जो कपड़े पहनने हैं, वह आप खुद तय करें, न कि दूसरों की पसंद के हिसाब से अपना पहनावा तय करें। आप जो काम नहीं करना चाहते हैं, उनके लिए मना करें। जब आप खुद के हिसाब से काम करने लगते हैं तो आपको अच्छा महसूस होने लगता है।
तुलना से बचें
सोशल मीडिया के इस दौर में सिर्फ अच्छा दिखने पर फोकस किया जाता है, न कि अच्छा महसूस करने पर। यदि आप खुद पर कंट्रोल चाहते हैं तो अच्छा महसूस करने की कोशिश करें। दूसरों से तुलना के चक्कर में न फंसें। इससे आपको टेंशन होगी। दूसरों से तुलना करेंगे तो अपनी ताकत को भी भूल जाएंगे। जरूरत पडऩे पर अपना पक्ष रखें। काम करने के नए तरीके खोजें। जैसा बोलते हैं, वैसा ही व्यवहार और काम करें। इस तरह खुद को बेहतर तरीके से व्यक्त कर पाएंगे।
खुद को स्वीकार करें
हो सकता है कि आप भेडिय़ों के झुंड में भेड़ की तरह हों। पर आप अपना आत्मविश्वास बनाए रखें। अपनी क्षमताओं को पहचानें और काम में लगे रहें। आप जैसे भी हैं, खुद को स्वीकार करें। आपके अंदर कुछ कमियां हो सकती हैं, पर आप यूनीक हैं। आप इस दुनिया में अपनी तरह के अकेले इंसान हैं। इसलिए टेंशन या घबराने के बजाय लाइफ को एन्जॉय करें।