अचानक बाढ़ क्षेत्र में पहुंचकर प्रभारी मंत्री ने क्षेत्रीय विधायक अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भइया व तरबगंज के विधायक प्रेम नारायण पाण्डेय तथा प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत केन्द्र पाल्हापुर, शाहपुर, बहुवन मदार माझा सहित अन्य बाढ़ चाौकियों पर पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों से बातचीत की और उन्हें मुहैया कराई जा रही राहत सामग्रियों के बारे में जानकारी ली। प्रभारी मंत्री ने राहत सामग्री पाने वाले पीड़ितों का स्पष्ट ब्योरा उपलब्ध न करा पाने पर तहसीलदार करनैगंज को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि पूर्व में ही उनके द्वारा पीड़ितों का नाम पता व मोबाइल नम्बर सहित विधिवत रजिस्टर बनाते हुए एक एक का ब्योरा रखने तथा उसे उपलब्ध कराई जा रही राहत सामग्री का ब्योरा दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
परन्तु किसी भी लेखपाल द्वारा पीड़ितों का ब्योरा मोबाइल नम्बर सहित नहीं उपलब्ध कराया जा सका। प्रभारी मंत्री ने तत्काल व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश एसडीएम करनैलगंज तथा तहसीलदार को दिए हैं। पाल्हापुर बाढ़ राहत केन्द्र पर उन्होने अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित आबादी की भौगोलिक स्थिति के बारे में विस्तार से जानाकरी ली तथा मोटर बोट से बाढ़ में डूबे गांवों में जाकर वास्तविक स्थिति को देखा।
प्रभारी ने मंत्री ने राहत एवं बचाव में कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही साबित होने पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी दी है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ को लेकर अत्यन्त गम्भीर और संवेदनशील है। बाढ़ पीड़ितों को हर हाल में राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाएं तथा दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ितों को दी जाने वाली राहत सामग्री तथा पीड़ित का नाम बाकायदा रजिस्टर में उसके मोबाइल नम्बर के साथ दर्ज किया जाय तथा उस यह स्पष्ट रूप से लिखा जाय कि किस पीड़ित को क्या-क्या राहत सामग्री मिल चुकी है।
उन्होंने कहा कि दिए गए मोेबाइल नम्बरों पर वे स्वयं काॅल करके वास्तविकता की पड़ताल जरूर करेगें इसलिए रजिस्टर में सही नाम व मोबाइल नम्बर दर्ज करें अन्यथा दोषी के खिलाफ निलम्बन की कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी जेबी सिंह, एसपी उमेश कुमार सिंह, एडीएम रत्नाकर मिश्रा, एसडीएम करनैलगंज अर्चना वर्मा सहित स्वास्थ्य, पूर्ति तथा अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।