इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा के दिन
लखनऊ निवासी पंडित दिलीप दुवे ने बताया है कि इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ेगा। इसलिए इस दिन गुरू पूर्णिमा होने के कारण पूजा चंद्रग्रहण के सूतक काल लगने से पहले कर लें। सूतक का समय चंद्रग्रहण से पहले दोपहर 2 बजे से शुरू हो जाएगा। चंद्रग्रहण के समय भोजन करने से आपको बचने की जरूरत है। वहीं, सुईं और नुकीली चीजों का भी इस्तेमाल करना वर्जित है। लेकिन गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए वह सूतक के समय खाना न खाएं लेकिन वह फल खा सकती हैं।
जानिए कब होता है चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण तब होता है जब सूरज व चांद के मध्य पृथ्वी आ जाती है। इसके बाद पृथ्वी की वजह से चांद पर पड़ने वाली सूरज की रोशनी रुक जाती है। इसलिए इसको चंद्रग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रग्रहण पड़ता है तो उस समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। इसलिए चंद्रग्रहण के सूतक काल के समय को अशुभ माना गया है। ज्योतिष के अनुसार राहु ,केतु को अनिष्टकारण ग्रह माना जाता है। चंद्रग्रहण के समय राहु और केतु की छाया सूर्य और चंद्रमा पर पड़ती है जिसके कारण सृष्टि इस दौरान अपवित्र को हो जाती है।
ग्रहण के दौरान ये न करें यह काम
1. किसी को भी चंद्रग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए।
2. चंद्रग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए।
3. चंद्रग्रहण को नग्न आखों से न देखें
4. चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
5. ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, जो कि आपके बच्चे और मां दोनों के लिए हानिकारक होती है।