लखनऊ प्रवास में वह अलग-अलग फोरम पर काम करने वाले लोगों से लेकर समाज की राय बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बुद्धिजीवियों के साथ दर्जन भर से ज्यादा बैठकें कर विधानसभा चुनाव तक का खाका खींचेंगे। इस दौरान कार्यकर्ताओं से लेकर विधायकों व सांसदों को ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस’ का मंत्र देने के साथ ही आम लोगों को ‘गुड गवर्नेंस’ का अहसास कराने की कार्ययोजना भी बनाई जाएगी।
यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव से लगभग एक साल पहले नड्डा का यह दौरा अप्रत्याशित व अनियोजित नहीं है। यह नरेंद्र मोदी व अमित शाह के नेतृत्व में काम करने वाली पार्टी की सुनियोजित रणनीति का हिस्सा है। याद होगा, नड्डा से पहले जब शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 से लगभग पौने दो साल पहले लखनऊ आकर इसी तरह चुनावी नजरिये से जरूरी मुद्दों व आवश्यकताओं के एक-एक बिंदु पर बैठक करके तैयारी की थी। उन्हीं बैठकों से यादव-जाटव जोड़ो अभियान शुरू हुई थी। नड्डा का यह दौरा भी वर्ष 2022 को लेकर माइक्रो मैनेजमेंट की तैयारी का हिस्सा है।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में होंगे शामिल
नड्डा का पिछले साल दिसंबर में लखनऊ आने का कार्यक्रम था, लेकिन कोरोना के चलते कार्यक्रम बदलना पड़ा। जेपी नड्डा अगले दिन शुक्रवार को सुबह 9.45 बजे चिनहट ग्रामीण (लखनऊ) मंडल की बैठक करेंगे। 11 बजे सीएमएस, विस्तार लखनऊ में महानगर और जिला के बूथ अध्यक्ष सम्मेलन को संबोधित करेंगे। दोपहर 12.30 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी मुख्यालय में अवध और कानपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों के साथ संगठन पर चर्चा करेंगे। दोपहर तीन बजे अवध क्षेत्र के भाजपा सांसदों और विधायकों के साथ बैठक है तो शाम चार बजे सोशल मीडिया वॉलंटियर्स को संबोधित करेंगे। वहीं, शाम 5.30 बजे नड्डा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शामिल होंगे।