यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं पर बारकोड और मोनोग्राम लगाने से हम छात्रों, विशेष रूप से मेधावी छात्रों के साथ न्याय करने में सक्षम होंगे। उनका कहना है कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता निष्पक्ष और पूरी तरह से पारदर्शी परीक्षा आयोजित करना है।
नक़ल करने वालो पर शिकंजा बोर्ड बारकोड का इस्तेमाल करते हुए कुछ उत्तर पुस्तिकाओं यानी (Answer Sheets) की औचक जांच भी करेगा, जिससे नकल करने वालों पर और शिकंजा कसा जा सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षार्थियों यानी (परीक्षा देने के लिये विद्याध्ययन करनेवाला छात्र ) के लिए बोर्ड ने सरकारी प्रेस को तीन करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं छापने का आदेश दिया है। इन उत्तर पुस्तिकाओं को जनवरी 2023 के अंत में बोर्ड परीक्षा के लिए सभी जिलों में भेजा जाएगा।
बोर्ड ने इसी वर्ष से प्रदेश के सभी जिलों को सिली हुई उत्तर पुस्तिकाएं यानी (Answer Sheets) भेजने का भी फैसला किया है, क्योंकि पिछले वर्षों में स्टेपल हटाकर कॉपियां बदलने की शिकायतें मिली थीं। नकल में शामिल गिरोह मेधावी छात्रों की उत्तर पुस्तिका के पहले पन्ने को बदलकर अन्य छात्र की उत्तर पुस्तिकाओं से जोड़ देता था। अब बोर्ड के द्वारा लिए गए फैसले से ऐसा करना असंभव होगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 2023 की परीक्षा के लिए 10वीं कक्षा के लिए कुल 31,16,485 और 12वीं कक्षा के लिए 27,50,913 छात्रों ने पंजीकरण कराया है।