Vitamin D for Optimal Health : विटामिन डी की कमी होना बोनस और मसल से जुडी कई बीमारियों को न्योता देना है। स्टडी और रिसर्च से पता चलता है की इस तरह के केसेज पिछले कुछ सालों में अधिक नजर आये हैं। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ के अनुसार भारत में विटामिन डी की कमी काफी तेजी पर है। अच्छी डाइट ना लेना, लिवर, किडनी और स्किन में ज़्यादा परेशानियां आना और विटामिन डेफिशियेंसी के सिम्प्टम को अनदेखा करना, यह सभी कारण है विटामिन डी की डेफिशन्सी के। कई स्टडी और रिसर्च के अनुसार विटामिन डी की कमी वाले लोगों में हार्ट डिजीज, इम्यून डिसऑर्डर, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज , मेटाबोलिक सिंड्रोम, मूड चेंजेज जैसे कई हेल्थ प्रोब्लेम्स पाए गए हैं।
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Shining a Light : हालांकि ऐसे कई फूड्स और सप्लीमेंट्स हैं जिनके सेवन से विटामन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है लेकिन डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स का कहना है की विटामिन डी पाने का सबसे सही तरीका है सनलाइट में बहार जाना। घूप में कम से कम 20 से 25 मिनट बिताना आवश्यक है। नेशनल इंस्टीटूट्स ऑफ़ हेल्थ के मुताबिक दोपहर का समय सनलाइट लेने के लिए सबसे सही है। वहीं ऑनलाइन प्लेटफार्म क्वोरा (quora) पर सनलाइट से विटामिन डी पाने के बारे में स्टेन, सीईओ स्टैनब्रिज, पूर्व प्रोफेसर पीएचडी कैम्ब्रिज, ने कहा, ‘ त्वचा के विटामिन डी पाने के लिए यूवीबी रेज (UVB Rays) का होना बहुत जरूरी है। लेकिन हम तक पहुंचे वाली सनलाइट में हमेशा यूवीबी रेज़ मौजूद नहीं होता है। सनलाइट में मौजूद सबसे अधिक यूवीबी रेज आमतौर पर दोपहर में होता है।’ उन्होंने आगे लिखा की, ‘जब सूरज हमारे सिर पर हो उस वक़्त यह रेज मौजूद होती है जैसे दोपहर के बारह बजे से दो या तीन बजे तक।’