नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेन्टल हेल्थ में पब्लिश्ड एक आर्टिकल के अनुसार जब हमारे मेन्टल हेल्थ की बात आती है, तो सेल्फ केयर हमें स्ट्रेस मैनेज करना सीखने के साथ -साथ बीमारियां होने की रिस्क को कम करता है और हमारे शरीर में एनर्जी बढ़ने में मदद करता है। सेल्फ केयर के नाम पर अपने लिए छोटी से छोटी की हुई कोशिश भी हमारी लाइफ और हेल्थ पर बड़ा चमत्कारी असर डालती है।
Tips to Help Mothers Navigate Life Challenges Through Self Care:
1. Regular Exercise: सेल्फ केयर का पहला कदम है अपनी फिजिकल बॉडी का ध्यान रखना। रेगुलर एक्सरसाइज करने से फिट होने के साथ ही कई बीमारियों से बचा जा सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जो लोग रेगुलर एक्सरसाइज करते हैं उनके से स्ट्रेस लेवल्स कम होने के साथ हार्ट हेल्थ भी इम्प्रूव होती है।
2. Relaxation: हर वक्त भाग दौड़ में रहने से स्ट्रेस बाद सकता है। मदर्स के लिए जरूरी है की वे योग, मैडिटेशन और ब्रीथिंग प्रैक्टिस करें।
इससे से भी स्ट्रेस कम होता है। फ्री टाइम में फोन या टीवी न देख कर डिजिटल डिटॉक्स करें, गैजेट्स और सोशल मीडिया से ब्रेक लें।
3. Stay Healthy : अपने खाने पीने से लेकर सोने तक सभी चीजों का एक निर्धारित प्लान तय करें। हेल्दी और होम कुक्ड खाना खाएं , दिन भर मैं कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीएं , हेल्दी डाइट लें और 7 से 8 घंटे की नींद बिना डिस्टर्ब हुए नींद लें। एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए यह सभी बेहद जरूरी है। इसके अलावा सिगरेट और शराब जैसी आदतों से दूर रहना भी स्ट्रेस कम करने में मदद करता है।
4. Support: ज़्यादातर मॉम्स की सबसे बढ़ी मुश्किल होती है हेल्प या सपोर्ट मांगना। मदर्स यह याद रखें की सिर्फ ‘एकला चलो’ से कुछ नहीं होगा। आप थक जाएंगे एक ही समय मैं दस अलग अलग राहों पर एकला चले तो। इसलिए अपने फ्रेंड्स और फैमिली को अपना स्ट्रांग सपोर्ट मानें और उनसे मदद लेने में हिचकिचाएं नहीं। उनके साथ समय बिताएं और अपनी परेशानी और खुशियां दोनों उनसे शेयर करें।
5. Doctor ‘s Help: इन सब के बावजूद अगर आप किसी फिजिकल या मेन्टल हेल्थ के शिकार होते हैं तो किसी अच्छे मेडिकल प्रोफेशनल को दिखने में संकोच और देरी ना करें।