महिलाओं की छठी इंद्री काम करती है?
अक्सर यह माना जाता है कि रिश्ते-नाता को लेकर महिलाओं की छठी इंद्री काम करती है। ऐसा मानना है कि वे अपने रिश्ते के उतार-चढ़ाव या समस्याओं को भांपने में पुरुषों से अधिक सक्षम होती हैं। खासकर जब रिश्ता खत्म होने के कगार पर हो तो उनको इसकी जानकारी हो जाती है। जर्नल ऑफ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप्स
जर्नल ऑफ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप्स (
Journal of Social and Personal Relationships) में प्रकाशित एक नए अध्ययन ने इस मत की गहराई से पड़ताल की और खुलासा किया कि इसमें और भी बहुत कुछ जानने के लिए है। शोधकर्ताओं ने व्यापक धारणा की जांच की कि महिलाएं रिश्तों के ‘बैरोमीटर’ के रूप में कार्य करती हैं।
इस शोध के लेखक मैथ्यू डी. जॉनसन ने बताया, “विद्वान समुदाय में और अधिक व्यापक रूप से संस्कृति में एक आम धारणा है कि महिलाएं रिश्तों की विशेषज्ञ या ‘बैरोमीटर’ हैं। महिलाएं केवल एक विशिष्ट क्षेत्र-प्रतिबद्धता में ही ब्रेकअप की भविष्यवाणी करने में बेहतर होती हैं।”
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इस शोध के लिए 314 कपल्स पर शोध किए गए। करीब चार वर्षों में उनके रिश्तों को ट्रैक किया गया। इसमें रिश्ते के चार प्रमुख तत्वों का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया: प्रतिबद्धता, संतुष्टि, प्यार और टूटने (ब्रेकअप) की संभावना। इनमें से, “प्रतिबद्धता” यह बताने में सबसे मजबूत साबित हुई कि कोई कपल अलग होगा या नहीं। लेकिन यह बात केवल महिलाओं के लिए लागू होती है। साथ रहने के लिए दी गई प्रतिबद्धता और प्रयास ने विशेष रूप से दो, तीन और चार साल बाद ब्रेकअप की संभावना को इंगित किया, लेकिन पहले साल में ऐसा नहीं हुआ।
महिलाएं इस आधार पर ब्रेकअप की भविष्यवाणी कर सकती हैं
हालांकि, रिसर्च में ये भी बात सामने आई कि महिलाएं अक्सर कमिटमेंट के आधार पर ही ब्रेकअप की भविष्यवाणी कर सकती हैं। केवल कमिटमेंट ही महिलाओं को रिश्ते के भविष्य को समझने का संकेत देती है। इसलिए जब भी प्रतिबद्धता (कमिटमेंट) जबरदस्ती या कमजोर महसूस होती है, तो यह भविष्य में टूटने का संकेत है। इसी आधार पर महिलाएं ब्रेकअप के बारे में पहले पता कर सकती हैं।