एसवीएनआइटी ने विकसित की तकनीक
एसवीएनआइटी के इलेक्ट्रॉनिक विभाग के प्राध्यापक डॉ. सुमन देब और उनके मार्गदर्शन में पीएचडी कर रहे पंकज वारुले और सिबा मिश्रा ने स्पीच बेस्ड कॉमन कोल्ड डिटेक्शन सिस्टम प्रणाली पर शोध किया। शोधपत्र बायोमेडिकल सिग्नल प्रोसेसिंग एंड कंट्रोल जर्नल में छपा है। शोध जर्मनी की रेहनीस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जेरेक क्रोजेव्कसी के साथ मिलकर किया गया। इसमें सामान्य व्यक्ति के साथ जुकाम का शिकार व्यक्ति की आवाज का परीक्षण किया गया। इन आवाजों के आधार पर अल्गोरिदम प्रणाली तैयार की गई। प्रणाली के माध्यम से विभिन्न शब्दों का परीक्षण कर जाना गया की व्यक्ति जुकाम का शिकार हुआ है या नहीं। 630 से ज्यादा आवाजों का किया गया परीक्षण
शोध में 630 से अधिक अवाजों का परीक्षण किया गया। सभी को रिकॉर्ड कर जांच की गई। जुकाम का शिकार होने पर व्यक्ति की आवाज और उसकी गति में काफी बदलाव आ जाता है। आवाजों की जांच कर शोध पत्र तैयार किया गया। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की सहायता ली गई। अब आवाज से खांसी का पता लगाने पर शोध किया जा रहा है।