इस हरीतिमा पट्टी पर बीच-बीच में पशुओं के बाड़े बन गए हैं। इनमें दिनभर गाय, भैंसे व अन्य पशु बंधे रहते हैं। कई पशु तो सड़कों पर ही खड़े रहते हैं। इससे वाहन चालकों को खासी परेशानी होती है। इस हरीतिमा पर कब्जा जमाए लोग आए दिन यहां उगे हरे-भरे पड़ों पर कुल्हाड़ी चलाकर काट रहे हंै। इससे कई जगहों पर पड़ों के ठूंठ ही नजर आते हैं।
हरीतिमा पट्टी की चारदीवारी भी टूटी पड़ी है। इससे पशु व अन्य लोग आसानी से इसके अंदर प्रवेश कर जाते हैं। चारदीवारी टूटी होने के कारण एक जगह तो लोगों ने कचरा डालना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि न्यास की ओर से बीते पांच साल से चारदीवारी की मरम्मत का कार्य नहीं हुआ है।