इंस्पेक्टर को भी नहीं छोड़ा साइबर ठगों ने… इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर के नाम पर की लाखों की ठगी, FIR दर्ज
साथ में बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड लाइन के कर्मचारी भी थे और उन्होंने बच्चों व उनके पालकों का बयान लिया। इस पूरे मामले में स्कूल की मॉनिटर को आगे किया जा रहा है लेकिन संदेह जताया जा रहा है कि मामले में स्कूल की किसी एक शिक्षिका की संलिप्तता है और उसके दबाव में असल बयान सामने नहीं आ पा रहा है। यह पूरा मामला इसलिए भी संदेहास्पद हो जाता है कि आखिर एक बच्ची जो स्कूल की मॉनिटर वह बाकी 25 बच्चियों का हाथ खुद कैसे जला सकती है। अगर वह ऐसा करती भी है तो उसे रोका क्यों नहीं जता। इतनी बड़ी सजा देने की अनुमति उसे किसने दी।
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बच्चे स्कूल में असुरक्षित