रायपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे मार्ग में चलते समय युवक दुर्घटना का शिकार हो गया। शिक्षक मनोज पिता शत्रुहन चंद्रवंशी(40) निवासी ग्राम लघान से कवर्धा आकर शोरूम से नई बाइक खरीदकर घर की तरफ जा रहा था। (CG Breaking News) इसी दौरान ग्राम बिरकोना पेट्रोल पंप के पास तेज रफ्तार कार सीजी 16 बी 4013 ने बाइक सवार शिक्षक को जोरदार ठोकर मार दी। शिक्षक दूर जा गिरा। सिर में अंदरुनी गहरी गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वाहन को आरोपी चालक फिरतलाल पटेल निवासी महराटोला मौके से फरार हो गया। इसकी सूचना राहगिरों ने पुलिस को दी। पिपरिया पुलिस घटना की जांच कर रही है।
रफ्तार के दीवाने, नियमों का पालन नहीं सड़क दुर्घटनाओं का सबसे प्रमुख कारण नशे की हालत में वाहन चलाना है। पुलिस भी यही मानती है कि शराब या अन्य नशे की हालत में वाहन चलाने से ही चालक अनियंत्रित हो जाते हैं और सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही है। इसमें मोटर साइकिल चालकों की संख्या ज्यादा है। लेकिन इसमें कार, पिकअप, मेटाडोर, ट्रैक्टर और ट्रक चालक भी पीछे नहीं है। (CG Road Accident) खुद के साथ दूसरों की जान भी मुश्किल में डाल रहे हैं। वहीं वाहन चालक सबसे अधिक शाम से रात के बीच ही नशे में रहते हैं जिसके कारण हादसे भी इसी दौरान सबसे अधिक होते हैं। इस कारण को नेता, अधिकारी और लोग भी भती भांति जानते हैं बावजूद इसमें लापरवाही बरती जा रही है।
ब्लेक स्पॉट्स चिन्हित पिछले वर्ष हुए सड़क दुर्घटनों के मॉनिटिंरग के रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2023 के लिए दो ब्लैक स्पॉट्स और तीन ग्रेस्पॉट्स का चिन्हांकन किया गया। चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट्स में आगरपानी घाटी मोड कुकदूर और गंडई चौक से नदी पुल के पास शामिल हैं। (CG News Today) इसी प्रकार तीन ग्रे स्पाट्स के लिए कवर्धा शहर के अंदर मिनी माता चौक से भोरमदेव मार्ग, जोरा ताल मंडी के पहले से जोराताल तिराहा तक, लोहारा रोड की ओर पेट्रोल पंप से स्कूल तक को चिन्हांकित किया गया है।
लगातार हो रही मौतें जिले में साल दर साल सड़क हादसे बढ़ते ही जा रहे हैं। हादसे के ढेरों कारण हो सकते हैं, लेकिन इसमें मुख्य कारण यातायात नियमों की अनदेखी करना ही है। यातायात नियमों की अनदेखी करना ही सबसे बड़ी भूल है, जिसके कारण सड़क हादसे होते हैं, लोग घायल होते हैं, मौत होती है, जान माल की हानि होती है। इसी वर्ष अब तक 100 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है। इसमें 50 से अधिक लोगों की मौत और 100 से अधिक घायल हो चुके हैं।
मोटर साइकिल और कार द्वारा शहर से बाहर जो दुर्घटनाएं होती हैं, वह तेज रफ्तार से वाहन चालन के कारण होता है। (RoadAccident) ऐसे वाहनों की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे से भी कहीं अधिक होती है। शहर की भीतर अधिकतम रफ्तार 20 और शहर से बाहर 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चालन किया जाना चाहिए, लेकिन मापदंडों का पालन नहीं होता और दुर्घटनाएं होती हैं।
वाहन चालक नहीं लगा रहे हेलमेट सड़क दुर्घटना के दौरान जो मौतें होती हैं, इसमें अधिकांश मौतें सिर डैमेज होने के कारण ही होती है। मोटर साइकिल चालन के समय हेलमेट न पहनना भारी भूल साबित होती है। दुर्घटना के दौरान सबसे पहले सिर ही जमीन से टकराता है। 80 फीसदी सड़क दुर्घटना में मौत का मुख्य कारण सिर पर गहरी चोट के कारण ही होती है। तभी तो हेलमेट पहनना इसीलिए अनिवार्य किया गया है।