कलेक्टर कार्यालय के सामने वाले चौक में दुर्घटना होने वाले दोनों ही गाड़ी सरकारी है। एक गाड़ी डिप्टी कलेक्टर आरबी देवांगन की थी, तो दूसरी गाड़ी पुलिस विभाग के किराए की थी, जो काफी तेज रफ्तार में चौक को पार करते आगे बढ़ी। वहीं दूसरी तरफ से डिप्टी कलेक्टर चौक पार कर रहे थे। दूसरी दिशा से आ रहे पुलिस विभाग की गाड़ी ने दरवाजे को ठोकर मार दी थी। जहां पर
डिप्टी कलेक्टर बैठे हुए थे। इससे उन्हें हल्की चोट आई।
तत्काल उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत सामान्य है। एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। डिप्टी कलेक्टर की कार का दरवाजा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस वाहन (सीजी 28 के 5888) में कुछ युवक मौजूद थे, लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी है।
पुलिस वाहन की ही गति तेज थी
डिप्टी कलेक्टर की गाड़ी केवल सड़क पार कर रही थी, लेकिन भोजली तालाब की तरफ से तेज रफ्तार आते पुलिस विभाग की गाड़ी ने डिप्टी कलेक्टर की गाड़ी को जबरदस्त टक्कर मारते हुए आगे बढ़ जाती है। जिले में पुलिस यातायात जागरूकता अभियान चला रही है। लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दे रही है। गाड़ी चलाने के नियम बता रहे है। वहीं दूसरी ओर खुद पुलिस विभाग की गाड़ी शहर में इतने तेज रफ्तार से दौड़ रही थी।
स्पीड ब्रेकर की कमी
कलेक्टर कार्यालय चौक की सड़क काफी व्यस्त रहता है। ऐसे में तेज रतार से वाहन चलाना किसी खतरे से कम नहीं रहता है। वहां पर ब्रेकर की कमी है। साथ ही भोजली तालाब के पास दोनों भी स्पीड ब्रेरक की कमी है। मजगांव की ओर से आते हुए और कलेक्ट्रेट से निकलते हुए वहां छोटे-मोटे हादसे होते रहते हैं। ऐसे में वहां पर भी ब्रेकर आवश्यक है। इसी तरह से शहर के कई हिस्सों में भी स्पीड ब्रेकर बेहद जरुरी है।