गनीमत रही कि, दुर्घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। वहीं, दुर्घटना की वजह से यात्री गाड़ियां तो प्रभावित नहीं हुईं, लेकिन इसके चलते कटनी-सिंगरौली और कटनी-बिलासपुर रेलखंड की मालगाड़ियों का परिचालन कुछ घंटों के लिए थम गया था।
इस संबंध में रेलसूत्रों का कहना है कि, एनकेजे यार्ड में शनिवार सुबह मालगाड़ियों की शटिंग कर रहा डीजल इंजन क्रमांक 16731 मूंगाबाई कालोनी की तरफ पटरी से उतर गया।बताया जाता है कि, इंजन के आगे के पहिए पटरी से उतर गए थे। हालांकि, दुर्घटना की जानकारी लगते ही रेलवे के आला अधिकारी दुर्घटना राहत ट्रेन के साथ मौके पर पहुंच गए। घंटों मशक्कत के बाद बेपटरी हुए डीजल इंजन को पटरी पर लाया जा सका। इसके बाद एनकेजे यार्ड से रेल यातायात बहाल हो सका।
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चार दिन पहले ही बेपटरी हुई थी मालगाड़ी
बता दें कि, इससे पहले मंगलवार को भी कटनी से होकर गुजरने वाली विभिन्न राज्यों की ट्रेनें मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने के कारण घंटों तक प्रभावित रहीं थी। उस समय भी कई ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों पर रोकना पड़ा था। करीब 4 घंटे ट्रेन यातायात बाधित रहने के कारण ट्रेनों में सवार पैसेंजर्स परेशान होते रहे। ये हादसा भी कटनी के एनकेजे यार्ड पर ही हुआ था। 4 घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेन यातायात ट्रैक पर शुरु हो पाया।
इंजन सहित मालगाड़ी के दो डिब्बे हुए थे बेपटरी
कटनी के एनकेजे यार्ड में मंगलवार की सुबह एक मालगाड़ी के बेपटरी हो गई थी। जानकारी के अनुसार, उस दिन सुबह 5:30 बजे मल्टी इंजन वाली मालगाड़ी का दूसरा इंजन यार्ड में बेपटरी हुआ था। इंजन के पटरी से उतरते ही पीछे के दो डिब्बे भी पटरी से उतर गए जैसे ही चालक को जानकारी लगी उसने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। ट्रेन के बेपटरी होने की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और सुधार कार्य के लिए तुरंत पहुॆची टीम ने चार घंटे मशक्कत के बाद ट्रेन यातायात दोबारा शुरु करवाई।
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