मदरसे में मिला कंकाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जाजमऊ थाना क्षेत्र के पोखरपुर फार्म के पास बेकनगंज में रहने वाले शब्बीर अहमद का दो मंजिला मकान हैं। इस मकान में नई सड़क में रहने वाले शब्बीर अहमद के दामाद परवेज अख्तर कादरिया उलूम नाम से मदरसा चला रहे थे। मदरसे में 70 से अधिक बच्चे पढ़ने आते थे। लेकिन कोरोना काल के समय लॉकडाउन लगने के बाद मदरसा बंद हो गया। दो साल बाद कैंसर से जूझ रहे संचालक की मौत हो गई। बुधवार दोपहर केडीए कॉलोनी में रहने वाले परवेज के भांजे अनस को लोगों ने जानकारी दी कि मदरसे के गेट का ताला टूटा हुआ है। इसके बाद अनस पड़ोसियों के साथ अंदर गया। वहां का नजारा देख वह भौचक्का रह गया। मामले की जांच में जुटी पुलिस
इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एसीपी अजय त्रिवेदी और जाजमऊ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि बच्चे की हत्या मदरसे में बंद होने के कारण हुई थी या किसी और वजह से। फिलहाल जाजमऊ थाने की पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।