एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि मूलत: झंवर थानान्तर्गत लूणावास खारा गांव हाल मिल्कमैन कॉलोनी गली-9 के सामने निवासी सोनाराम बिश्नोई के मकान में मादक पदार्थ की खेप होने की सूचना मिली। प्रवर्तन निरीक्षक राजेश कुमार व एसआइ आसूचना अधिकारी मनीष के नेतृत्व में एनसीबी ने मंगलवार देर रात मकान में दबिश दी। सोनाराम मकान में नहीं था। उसका पुत्र दिनेश फरार हो गया। तलाशी लेने पर प्लास्टिक कट्टे व टब में भरा 34 किलो डोडा पोस्त व डोडा चूरा और डोडा पोस्त पीसने वाली चक्की मिली। एनसीबी ने पुलिस कमिश्नर राजेन्द्रसिंह को अवगत कराया। शास्त्रीनगर थानाधिकारी देवेन्द्रसिंह मौके पर पहुंचे। एनडीपीएस एक्ट में एफआइआर दर्ज कर मौके पर मिले नाबालिग को संरक्षण में लिया। सोनाराम व उसके पुत्र दिनेश की तलाश की जा रही है।
मादक पदार्थ खरीदने वालों की दिनभर कतारें
शास्त्रीनगर थाने से कुछ ही दूरी पर स्थित से बेखौफ होकर मादक पदार्थ बेचा जा रहा था। खरीदने वालों की दिनभर आवाजाही रहती है। एनसीबी ने देर रात दबिश दी तब भी चार खरीदार खड़े थे। पुलिस ने मसूरिया की दुर्गादास कॉलोनी निवासी बाबूलाल प्रजापत, चानणा भाखर में देवी रोड पर वैष्णव कॉलोनी निवासी अयान खान, हड्डी मील में भगवान महावीर कॉलोनी निवासी सोहित शाह और खाण्डा फलसा में कटियारों का चौक निवासी फरहान को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया।
घर में ही चक्की से पीसकर डोडा पोस्त बेचते
आरोपी सोनाराम मादक पदार्थ खरीदकर लाता है और फिर छोटी-छोटी मात्रों में बेचता है। उसने डोडा पोस्त पीसने के लिए मकान में ही चक्की लगा रखी थी। चक्की में भी डोडा चूरा मिला। सोनाराम के खिलाफ पूर्व में भी दो मामले दर्ज हो रखे हैं।
राजस्थान पत्रिका ने किया था खुलासा
शहर में जगह-जगह गली मोहल्ले में धड़ल्ले से न सिर्फ अफीम व डोडा पोस्त बल्कि गांजा, स्मैक व एमडी ड्रग्स बेची जा रही है। राजस्थान पत्रिका ने मंगलवार के अंक में प्रथम पृष्ठ पर ‘जोधपुर स्कूल-कोचिंग सेंटरों के पास धड़ल्ले से मिल रही एमडी ड्रग्स व स्मैक’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसमें ड्रग्स पेडलर और उनके क्षेत्रों का खुलासा किया गया था।