थानाधिकारी राम मनोहर ने बताया कि गुरुवार सुबह सीथल से छावसरी जाने वाले रास्ते पर छावसरी निवासी सुनील पुत्र नाथूराम कुमावत का शव सड़क किनारे मिला था। परिजन की रिपोर्ट पर पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन कर अनुसंधान शुरू किया। साइबर टीम की मदद से गुरुवार शाम को दोनों आरोपियों की पहचान कर हिरासत में लिया गया। हत्या के आरोप में छावसरी निवासी जितेंद्र (37) पुत्र मोहर सिंह और मनोज कुमार (32) पुत्र शीशराम को गिरफ्तार किया गया है।
इसलिए दिया वारदात को अंजाम
मनोज, जितेंद्र और सुनील तीनों गांव में साथ-साथ मजदूरी करते थे। तीनों ने बुधवार को गांव के ठेके से शराब ली और सीथल रोड पर बैठकर तीनों ने पार्टी की। इस दौरान मनोज और जितेंद्र दोनों ने सुनील से कहा कि तू अच्छा आदमी नहीं है, मां को मारता है। इसी बात को लेकर तीनों में बहस हो गई। इस बीच मनोज और जितेंद्र ने सुनील के साथ मारपीट शुरू कर दी। बाद में तीनों स्कूटी पर बैठ कर आगे निकल गए। आगे जाकर फिर सुनील के साथ मारपीट की गई। इसके बाद फिर शराब पीने लग गए। वहां जब सुनील ने कहा कि मेरी मां के बारे में बोलने वाले आप कौन होते हो…तो मनोज और जितेन्द्र ने तैश में आकर सुनील का गला दबा दिया। जिससे वह बेहोश होकर गिर गया। इस पर मनोज और जितेंद्र दोनों सुनील को वहीं पड़ा छोड़ कर घर चले गए। रात को सुनील की मौत हो गई।
शव मिलने की बात सुनी तो भाग गए
सुबह गांव में चर्चा हुई कि सड़क पर किसी का शव पड़ा है और पुलिस आई हुई है तो मनोज और जितेंद्र स्कूटी लेकर घर से निकल गए। मनोज ने अपना फोन बंद कर लिया लेकिन जितेंद्र का फोन चालू था। पुलिस ने साइबर टीम की मदद से ट्रेस किया तो बलवन्तपुरा के एक होटल की लोकेशन आई। पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों को हिरासत में ले लिया। होटल में दोनों आरोपी शराब पी रहे थे।