होगी नेगेटिव मार्किंग
सीईटी में नेगेटिव मार्किंग नहीं हुई थी, लेकिन पशु परिचर परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होगी। वहीं पांचवें विकल्प का प्रावधान भी रहेगा। यानि की जो सवाल नहीं आता है, उसे खाली नहीं छोड़ना, उसकी जगह पांचवां विकल्प भरना होगा। राजस्थान पत्रिका में लगातार खबरें प्रकाशित होने का बड़ा असर हुआ है। सरकार को आखिर झुंझुनूं में परीक्षा सेंटर स्वीकृत करना पड़ा है। इससे जिले के हजारों युवाओं को राहत मिली है। अब हजारों युवाओं को दूसरे जिलों में परीक्षा देने नहीं जाना पड़ेगा। गृह जिले में महिलाओं व दिव्यांगों को प्राथमिकता दी गई है। हालांकि कुछ का दूसरे जिलों में भी सेंटर आया है। लेकिन उनकी संख्या कम है। नई सरकार बनने के बाद कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा का पहली बार झुंझुनूं में सेंटर आया है। कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से एक से तीन दिसम्बर तक हर दिन दो पारियों में पशु परिचर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इस परीक्षा के लिए जिले में पंद्रह सेंटर बनाए गए हैं। हर पारी में करीब 5328 छात्र-छात्रा शामिल होंगे। ऐसे में करीब 31 हजार से ज्यादा युवा जिले में परीक्षा देंगे।
पत्रिका ने बताई थी युवाओं की पीड़ा
राजस्थान पत्रिका ने 12 सितमबर 2024 को राजस्थान के 25 जिलों में सेंटर, लेकिन झुंझुनूं में नहीं, जाना पड़ेगा दूसरे जिलों में, बढ़ेगा खर्चा, शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर युवाओं की पीड़ा बताई थी। समाचार में बताया था कि युवाओं का सेंटर जयपुर व अन्य जिलों में आता है सुबह की पारी वालों को एक दिन पहले परीक्षा सेंटर वाले शहर में जाना पड़ता है। इससे उनको वहां रहना पड़ता है। रहने व खाने का खर्चा बढ़ता है। इसके अलावा सबसे ज्यादा परेशानी दिव्यांगों व महिलाओं को होती है। उनके साथ एक सहयोगी को और भेजना पड़ता था। ऐसे में खर्चा दो गुना हो जाता था। अब जिले में परीक्षा सेंटर आने से जिले के हजारों युवाओं के लाखों रुपए की बचत होगी।