बुंदेलखंड की जनता ने पिछले चुनावों में भाजपा को झोली भर-भरकर वोट दिया। केंद्र और राज्य में सरकार बनवाई, बावजूद उन्हें पानी के संकट से दो चार होना पड़ रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बुंदेलखंड की सभी चारों सीटें, 2017 के विधानसभा चुनाव में सभी 19 सीटें और अब 2019 के लोकसभा चुनाव में चारों ही सीटें भाजपा की झोली में डालने वाले बुंदेलखंड के लोगों का गर्मी में बड़ा बुरा हाल है। बबीना ही नहीं बांदा, हमीरपुर, ललितपुर सहित लगभग पूरे बुंदेलखंड में पानी का संकट है। किसी न किसी क्षेत्र के नाराज ग्रामीण आये दिन पानी की समस्या को लेकर सड़क जाम कर आवाज उठाते रहते हैं। समूचे बुंदेलखंड में पीने के पानी का संकट है। अब भाजपा विधायक के ही एक पत्र ने लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के जश्न में डूबी भाजपा के विकास के दावों की पोल खोल दी है।