अपनी व्यथा सुनाते हुए बुजुर्ग ने जिला कलक्टर डॉ भारती दीक्षित से कहा मैडम मेरी जमीन दिलवाओ वरना में मर जाऊंगा। उसने बताया कि उसके भाइयों ने अधिकारियों से मिलीभगत कर उसे मृत घोषित कर इंतकाल खुलवा कर पूरी जमीन अपने नाम करवा ली है। पिछले कई सालों से वह खुद को जिंदा साबित कर अपनी पुश्तैनी जमीन में से अपना अधिकार पाने के लिए प्रशासन से लेकर पुलिस और अन्य कई दफ्तर में चक्कर लगा चुका है, लेकिन उसे अभी तक न्याय नहीं मिला है।
कमोबेश ऐसी ही कहानी झुमकी निवासी 38 वर्षीय शांतिलाल शर्मा ने भी बयान करते हुए कहा कि उसके इंदिरा आवास के मकान पर गांव के एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है और वह अपना हक पाने के लिए मकान के दस्तावेज लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहा है, लेकिन उसे राहत नहीं मिली। रामभरोस और शांतिलाल जैसे 2 दर्जन से भी अधिक दुखी लोग शिविर में आए। जनसुनवाई में प्रमुख रूप से राजस्व, चिकित्सा, पानी, बिजली, सड़क जैसी समस्याएं मुख्य रूप से सामने आई।
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नगर पालिका के कांग्रेस पार्षद नरेंद्र शर्मा, अशोक पुष्पद, नदीम मंसूरी, शकील अहमद, कांग्रेस नेता विल्सन सुमन ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से नगर में बनाई जा रही डामरीकरण सड़क में रोड को पूर्ण रूप से रैलिंग नहीं करने से जगह-जगह से यह रोड बनने के साथ ही एक पखवाड़े में ही खराब होने लगा है। इस पर जिला कलक्टर ने तत्काल सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए गुणवत्तापूर्ण सड़क बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी की नगर के मुख्य कार्यों के प्रति और पट्टे बनाने के अभियान को लेकर उदासीनता एवं नकारा रवैया अपनाने की शिकायत की। पार्षदों ने राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पट्टा अभियान में तेजी लाने की मांग की। इस पर कलक्टर ने नगर पालिका अधिकारी को तलब किया और उन्हें निर्देश दिए।
किसको क्या समस्या
शिविर में झालरापाटन निवासी हेमंत कुमारी ने भूखंड का मुआवजा नहीं मिलने, कांग्रेस नेता विल्सन सुमन ने सुभाष नगर कॉलोनी के पार्क की नियमित सफाई नहीं होने से इसमें गंदगी रहने, मारुति नगर में शौचालय की मरम्मत करवाने, राजेंद्र कुमार पाटीदार ने बकाया यात्रा भत्ता और महंगाई भत्ता एरियर भुगतान दिलाने, वार्ड 6 निवासी कन्हैया लाल सोनी ने नाली के ऊपर अवैध रूप से बनाए गए शौचालय को हटवाने की मांग की। जिला कलक्टर ने मौके पर आई शिकायतों के लिए मौजूद संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आदेश देने के साथ ही चेतावनी दी। उनके विभाग में आने वाली लोगों की समस्याओं का समय रहते निस्तारण करें।