साक्ष्य मिटाने के चुना घना ओरण
पुलिस का कहना है कि किसी ने वारदात को दूसरी जगह अंजाम देकर शव को जलाने के लिए सड़क मार्ग के पास स्थित घने ओरण को चुना। कागमाला गांव से बिलड सरहद तक फैला ओरण घना होने से यहां किसी का आना-जाना नहीं रहता है। ऐसे संगीन वारदात को अंजाम देने के बाद साक्ष्य मिटाने के सुनसान जगह का प्रयोग किया ताकि साक्ष्य भी मिट जाए और किसी को खबर भी न लगे। कुछ दिन पूर्व शव के पैर के भाग को किसी जंगली जानवर ने गांव में जाने वाले सड़क मार्ग पर लाकर पटक दिया था। वहीं रविवार को बकरी चराने गए चरवाह को जले शव के कुछ अवशेष दिखे तो उन्होनें ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।चांदी का कड़ा व चप्पल अहम सुराग
जालोर पुलिस को सबूत के तौर पर मौके से करीब 8-10 तोला वजनी चांदी का कडा, एक चप्पल व प्लास्टिक की पानी की बोतल मिली। पानी की बोतल में ज्वलनशील पदार्थ लाया गया है। पानी की बोतल पर पैकिंग डेट अक्टूबर 2024 है व इस पर रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाली ब्रांड का नाम लिखा है। इसके अलावा सफेद कमीज के टूकडे भी मिले हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शव किसी पुरूष का हो सकता है। पुलिस का कहना है कि चांदी कडा व चप्पल से शव की शिनाख्त करने की कोशिश की जाएगी।डीएनए रिपोर्ट के लिए भेजेंगे सेंपल
घटना स्थल से जली हुई जगह से रेत व अन्य सैम्पल लिए हैं, इन्हें जोधपुर एफएसएल में भेजकर जांच करवाई जाएगी। डीएनए रिर्पोट के बाद ही शव के बारे में पता चल पाएगा।जगदीश विश्नोई, वैज्ञानिक, एफएसएल टीम, बाड़मेर
जांच जारी है
कागमाला गांव के ओरण में मिले मानव कंकाल के अवशेषों के सेंपल की रिर्पोट आने के बाद ही कुछ पता लग सकेगा। मामले पर गंभीरता जांच जारी है।प्रतापसिंह, थानाधिकारी, पुलिस थाना-जसवंतपुरा