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जालोर

AIIMS: 14 प्रतिशत ग्रामीण और 3 प्रतिशत महिलाएं पीती है बीड़ी

AIIMS Jodhpur
– एम्स जोधपुर की स्टडी ने बीड़ी उद्योग पर नियमन व टैक्स बढ़ाने अनुशंषा की, बीड़ी पर केवल 22 प्रतिशत टैक्स, सिगरेट पर 52 प्रतिशत
– राष्ट्रीय 7.7 प्रतिशत के विरुद्ध राजस्थान में 11.4 प्रतिशत खपत- देश में हर साल 5 लाख लोग गंवाते हैं जान

जालोरMay 24, 2023 / 08:25 pm

Gajendrasingh Dahiya

AIIMS: 14 प्रतिशत ग्रामीण और 3 प्रतिशत महिलाएं पीती है बीड़ी

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जोधपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) जोधपुर और द इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट ट्यूबरकुलोसिस एंड लंग डिजीज की ओर से की गई स्टडी में बीड़ी उद्योग से कुटिर उद्योग का दर्जा छीनने और इसके नियमन बढ़ाने की मांग की गई है। बीड़ी पर वर्तमान में केवल 22 प्रतिशत टैक्स ही लगता है जबकि सिगरेट पर 52, धुंआरहित तम्बाकू पर 64 प्रतिशत टैक्स है। संयुक्त राष्ट्र संघ 75 प्रतिशत टैक्स की अनुशंषा करता है। बीड़ी पर टैक्स बढ़ाने से खपत कम हो जाएगी और लाखों जिंदगी बचाई जा सकेगी। बीड़ी उद्योग सर्वाधिक विनियमित उद्योग है। सरकारें 22 प्रतिशत टैक्स भी केवल 20 प्रतिशत उत्पादन पर ही लगा पाती है जबकि 80 प्रतिशत बगैर टैक्स बिकता है।
राजस्थान के लिए चिंता की बात
हर साल देश में 5 लाख लोगों की बीड़ी पीने से जान चली जाती है। राजस्थान में बीड़ी की खपत 11.4 प्रतिशत है जोकि राष्ट्रीय औसत 7.7 प्रतिशत से काफी अधिक है।
राज्य सरकार का राजस्व गिरा

राजस्थान में बीड़ी उत्पादन की वर्तमान में 167 यूनिट है जो बूंदी, बारां, झालावाड़, बांसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, चितौड़, भीलवाड़ा, पाली, सिरोही व धौलपुर में फैली है। वर्ष 2010-11 में राज्य सरकार को बीड़ी से 11.72 करोड़ का राजस्व मिला तो जो अब घटकर 7.5 करोड़ हो गया। बीड़ी पर टैक्स बढ़ाने से राजस्व भी बढ़ेगा।
प्रदेश के गांवों में सबसे अधिक पीते हैं बीड़ी

– 19.7 प्रतिशत पुरुष पीते हैं बीड़ी
– 14 प्रतिशत गामीण शामिल

– 4.4 प्रतिशत है शहरी बीड़ी पीने वाले
– 2.8 प्रतिशत महिलाएं पीती है बीड़ी
जालोर में सर्वाधिक उत्पादन

प्रदेश में 436 हेक्टेयर में 746 टन तेंदू पत्तों का उत्पादन होता है जिसमें 451 टन के साथ जालोर प्रथम है। इसके अलावा जयपुर, दौसा, टोंक, सीकर, नागौर, झंझनूं, अलवर, भरतपुर, करौली, सिरोही, भीलवाड़ा में भी उत्पादन होता है।
कितने श्रमिक व मजदूरी

– 38791 श्रमिक है बीड़ी मजूदर
– 230 रुपए मिलते हैं 1000 बीड़ी बनाने पर

– 11 बीड़ी निर्यातक है राजस्थान में
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सिगरेट के सस्ते विकल्प के तौर पर बीड़ी का इस्तेमाल होता है। बीड़ी उद्योग पर नियमन व टैक्स बढ़ाने से इसकी खपत को कम किया जा सकेगा।
-डॉ पंकज भारद्वाज, एकेडमिक हैड, स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, एम्स जोधपुर

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