कुंदनपुरा बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रभुदयाल उदेनिया ने बताया कि मुख्यमंत्री से लेकर हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों तक शिकायत की। उसके बावजूद हमें न्याय नहीं मिला। मजबूर होकर 6 दिन से अनशन कर रहे है। अब तक कोई भी अधिकारी मौके पर वार्ता करने नहीं आया है। गांव की सैकड़ों महिलाओं ने शनिवार को अनशन स्थल पर चूल्हा जलाकर भोजन बनाकर विरोध प्रकट किया।
ग्रामीणों का कहना है कि राजस्थान आवासन मण्डल द्वारा इन्दिरा गांधी नगर के गंगा मार्ग में 200 फुट रोड के लिए कुन्दनपुरा वासियों के लगभग 150 मकानों को तोड़कर बिना मुआवजा और न ही अन्यत्र जमीन दिए लोगों के आवासीय जगह को अवाप्त करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए स्थानीय निवासियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इस मामले में हाउसिंग बोर्ड अपनी मनमानी पर उतर आया है। अवाप्त जमीन के बदले पीड़ितों को दिए जाने वाले भूखंड के लिए रिजर्व प्राइस के तहत राशि मांगी जा रही है। आवासन मंडल की ओर से उन्हे इंदिरा गांधी नगर के सेक्टर एक से पांच तक में नि शुल्क जमीन दी जाएं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो एससी समाज के नेताओं तथा संगठनों के साथ मिलकर इस आंदोलन को प्रदेश व्यापी बनाया जाएगा। इस दौरान अखिल भारतीय रैगर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएल नवल, कांग्रेस नेता करण सिंह खाचरियावास, राजस्थान यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा व अन्य भी धरने में शामिल हुए।