जैसी संभावना थी वैसा ही हुआ। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में राजस्थान की झलक देखने को मिली। घोषणा पत्र में गहलोत सरकार की प्रमुख योजनाओं की तर्ज पर ही कई योजनाएं शामिल की गई हैं। सोमवार को चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहले इस बारे में इसके संकेत दे दिए थे कि कर्नाटक में भी राजस्थान सरकार की ओर से चलाई जा रही कई प्रमुख योजनाओं को भी शामिल किया जाएगा।
घोषणा पत्र में किए ये वादे
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में हर पंचायत में समरसता समिति गठित करने, 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को हर महीने 2 हज़ार रुपए देने, बेरोजगार स्नातकों को 2 साल के लिए 3 हज़ार रुपए प्रति माह और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपए प्रति माह देने, नियमित KSRTC/BMTC बसों में सभी महिलाओं के लिए यात्रा मुफ्त देने के साथ ही कई लुभावने वादे किए हैं।
कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं की माने तो राजस्थान में चल रही 500 रुपए में गैस सिलेंडर योजना की तर्ज पर कर्नाटक में सरकार बनने के बाद गृह लक्ष्मी योजना के तहत कर्नाटक में महिलाओं के लिए सिलेंडर की महंगाई की बोझ को कम करने के लिए प्रतिमाह सीधे 2 हज़ार रुपए उनके खाते में भेजे जाएंगे।
राजस्थान में चल रही अन्नपूर्णा राशन किट की तर्ज पर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अन्न भाग्य योजना के तहत हर परिवार को 10 किलो चावल देने की बात कही जा रही है। इसी प्रकार राजस्थान में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली बिजली फ्री और किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री देने की तर्ज पर कर्नाटक में भी सरकार बनने के बाद 200 यूनिट घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को फ्री देने की बात कही जा रही है।
बताया जाता है कि राजस्थान में लोगों को दी जा रही सामाजिक सुरक्षा पेंशन की तर्ज पर कर्नाटक में भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना लागू की जाएगी। इसके अलावा राजस्थान में चल रही चिरंजीवी बीमा योजना की तर्ज पर कर्नाटक में भी इसी तरह की कोई योजना लागू की जाएगी।वही स्वास्थ्य का अधिकार कानून भी सरकार बनने के बाद कर्नाटक में लागू होगा।
प्रचार में भी राजस्थान की योजनाओं पर फोकस
कर्नाटक चुनाव के प्रचार के दौरान भी कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता राजस्थान की गहलोत सरकार सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से वादा कर रहें कि सरकार बनने के बाद राजस्थान जैसी योजनाएं कर्नाटक में भी लागू करेंगे। साथ ही पार्टी के तमाम नेता भी राजस्थान को मॉडल स्टेट के तौर पर भी प्रचारित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सोमवार को प्रचार के दौरान अपनी सरकार के कामकाज का जमकर बखान किया था और राजस्थान की योजनाओं को कर्नाटक में सरकार बनने के बाद लागू करने की बात कही थी।
गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश चुनाव में भी दिखी थी राजस्थान की झलक
इससे पहले गुजरात, पंजाब हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी राजस्थान की कई प्रमुख योजनाओं की झलक देखने को मिली थी। कांग्रेस पार्टी की ओर से गुजरात, हिमाचल प्रदेश और पंजाब चुनाव के घोषणा पत्र में ओल्ड पेंशन स्कीम, अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल, चिरंजीव बीमा योजना जैसे वादे किए गए थे। हालांकि गुजरात और पंजाब में कांग्रेस पार्टी की सरकार नहीं बन पाई लेकिन हिमाचल प्रदेश में सरकार बनने के बाद कांग्रेस पार्टी ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की थी तो वहीं कई अन्य योजनाओं को भी लागू करने की प्रक्रिया चल रही है।