यात्रा का रूट देखने के लिए सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से पर्यवेक्षक सुशांत मिश्रा, मंत्री गोविन्दराम मेघवाल, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीना, मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन जुबेर खान सहित अन्य नेताओं ने दौरा किया। नेताओं के अनुसार प्रतिदिन यात्रा करीब 20 से 25 किलोमीटर चलती है, ऐसे में चार से पांच दिन तक दौसा जिले में काफिले रहने की संभावना है।
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धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि 4 दिसम्बर को मध्यप्रदेश से होकर यात्रा राजस्थान के झालावाड़ जिले में प्रवेश करेगी। इसके बाद कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर होते हुए दौसा जिले के लालसोट आएगी। यहां से दौसा, सिकंदरा, बांदीकुई होते हुए अलवर जिले के राजगढ़ में जाएगी। नेताओं ने पूरे रूट पर घूमकर रात्रि व दोपहर के विश्राम के लिए स्थान, सभास्थल सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जगहों को चिह्नित कर रिपोर्ट तैयार की, जिसे आला नेताओं के साथ फाइनल किया जाएगा। दौसा शहर के आसपास कोली समाज के छात्रावास, गिरिराजधरण मंदिर सहित अन्य स्थानों को देखा गया।