आरोपियों ने पूछताछ में अपहरण की 5 वारदात कबूली हैं। आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि दुर्गापुरा निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी अमित ने 8 नवबर को चार-पांच नकाबपोशों के खिलाफ अपहरण कर लूट का मामला दर्ज करवाया था। रिपोर्ट में पीड़ित ने बताया कि 7 नवबर देर रात एक बजे दोस्त राजेन्द्र चौधरी व जीतू के साथ मानसरोवर के मध्यम मार्ग पर खड़ा था। बाद में कैब से दुर्गापुरा फ्लैट पर जा रहा था, तभी मानसरोवर चौपाटी के पास कैब के आगे एक कार आकर रुकी। कार में से नकाब पहने चार-पांच लोग उतरे और पीड़ित को बंधक बनाकर ले गए।
दो सौ फीट अजमेर रोड की तरफ ले जाते समय रास्ते में मारपीट कर उससे मोबाइल फोन, कीमती घड़ी, 27 हजार रुपए लूट लिए। बाद में बजरी मंडी रोड पर सुनसान जगह एक फ्लैट की छत पर ले गए और पिस्टल नुमा हथियार से सिर पर मारा। बदमाश उसको छोड़ने के बदले में 50 लाख की फिरौती मांग रहे थे। लेकिन पीड़ित मौका पाकर वहां से भाग निकला। इसके बाद एसीपी मानसरोवर के नेतृत्व में पुलिस टीम बदमाशों की तलाश में जुटी।
दोस्त बनकर करते थे रैकी
शिप्रापथ
थानाधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि राजेन्द्र चौधरी जयपुर व आस-पास के जिलों में प्रॉपर्टी कारोबारी व पैसे वाले लोगों को चिह्नित कर उनको जानकारी देता है। राजेन्द्र ने अमित से दोस्ती कर उसकी रैकी की और वारदात के लिए साथियों को बताया। बाद में चिह्नित व्यक्ति का अपहरण कर उससे फिरौती की रकम वसूलते।
आरोपियों ने मानसरोवर से अमित का अपहरण करने के बाद कुचामन में एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था और उससे ऑनलाइन चार-पांच लाख रुपए फिरौती वसूल कर छोड़ा था। कुचामन थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज है। साथ ही अपहरण की तीन अन्य वारदात भी कबूली हैं, जिनके संबंध में पूछताछ की जा रही है।