क्रिएटिविटी को डवलप करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आसपास के हर घटनाक्रम का ध्यानपूर्वक अवलोकन करें। ऑब्जर्वेशन स्किल को डवलप करके आप अपनी क्रिएटिव एनर्जी को बूस्ट कर सकते हैं। इस तरह नई संभावनाओं के लिए आप अपने दिमाग को तैयार करते हैं। ऑब्जर्वेशन आपको आस-पास के माहौल से भी जोड़ता है।
आपकी क्रिएटिविटी आसपास के माहौल में सकारात्मकता लाने का भी प्रयास करती है। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने वर्कप्लेस को बदलें। कुछ ऐसी जगह का चुनाव करें, जहां आप ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर सके। यह बदलाव आपकी कार्य दक्षता को निखारने में महत्त्वपूर्ण होगा। यह जगह कोई रेस्तरां, कैफे, ऑफिस, घर यानी कोई भी हो सकती है। इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आपका वर्कस्पेस कंफर्टेबल हो। इसके अलावा आप वर्कप्लेस के लिए उन रंगों का चुनाव करें, जो आपकी क्रिएटिविटी को बढ़ाते हों।
ब्लूस्काई थिंकिंग का मतलब है अपने दिमाग को पूरी तरह से फ्री करना। ऐसे में आपके दिमाग में कई तरह के विचार आएंगे। इस तरह दिमाग को नए आइडियाज के लिए तैयार करने में मदद मिलेगी। इसका एक फायदा यह भी होगा कि आपको पूर्वधारणा और मानसिकता से बाहर निकलने में भी मदद मिलेगी। एक विशिष्ट लक्ष्य के लिए किसी स्पष्ट प्रश्न से इसकी तैयारी करें। इससे आपकी सोच का नजरिया बदलेगा।
क्रिएविटी आपकी उत्सुकता को बढ़ाने का काम करता है। उत्सुकता आपके इनोवेटिव विचारों को ऊर्जा देने का काम करती है। अपनी क्रिएटिविटी और कल्पनाशक्ति को बढ़ाने के लिए आप प्रश्न करें। जब आपकी लाइफ में नई-नई चीजों को समझने और जानने की उत्सुकता होगी तो माइंड भी क्रिएटिव बनेगा जैसे जब आप कोई रिसर्च वर्क करते हैं तो आप सभी पहलुओं पर गौर करते हैं। यही आपकी थिंकिंग एबिलिटी को बढ़ाता है।
प्रै क्टिकल और क्रिएटिव प्रॉब्लम-सॉल्विंग के लिए डिजाइन थिंकिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। डिजाइन थिंकिंग इंसानोंपर केंद्रित होती है और आपको यह समझाने में मदद करती है कि लोगों की आवश्यकता क्या है। इस तरह जब लोगों की मानसिकता के बारे में पता चलेगा तो किसी तरह की समस्या आने पर आपके पास कोई क्रिएटिव सॉल्युशन भी होगा। यह क्रिएटिविटी थिंकिंग स्किल को डवलप करने का काम करती है।