यह कहना है अंशू हर्ष का जो पिक अ बुक, जूनियर बुक क्लब की राजस्व संचालक है। बच्चों में रीडिंग हैबिट को बढ़ावा देने के लिए शुरू हुए क्लब में बच्चे हिंदी और अंग्रेजी भाषा में किताबें पढ़ते है। साथ ही उसके बारे में चर्चा भी करते हैं। क्लब के सदस्य नवीन अग्रवाल ने बताया कि क्लब को जॉइन करने से उनके बच्चों में बुक्स पढ़ने की उत्सुकता बढ़ी है, उनके सोचने-बोलने की क्षमता में बदलाव आने से उवका आत्मविश्वास बढ़ा है।
बच्चो के अनुसार उन्हें सुधा मूर्ति की किताबे पढ़ना पसंद हैं। साथ ही उनकी रूचि पौराणिक कथाओं से लेकर मोटिवेशनल किताबें जैसे 5 एएम क्लब पढ़ने में भी है। जो उनके लिए पब्लिक स्पीकिंग की राह को भी आसान बना रहा है।
छोटे बच्चों में किताबों के प्रति रूची को बढ़ाने के लिए अभिभावक रंग बिरंगे पिक्टॉरीअल बुक से शुरुआत कर सकते हैं। बच्चों में पढ़ने और लिखने की रूची बढ़ने से, आने वाले वर्षों में शहर में भी बड़े पैमाने पर बच्चों के लिए लिटरेचर फेस्टिवल होने की संभावना है।