गिनती के मंत्री ही रहे मौजूद
इससे पहले राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान गिनती के मंत्री ही सदन में मौजूद रहे। इस दौरान अफसरों की गैलेरी भी खाली दिखी। भाजपा ने इस पर आपत्ति जताई।
अटल सेवा केन्द्र फिर से बनेगा राजीव सेवा केन्द्र
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में कहा कि राज्य में अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर से राजीव सेवा केन्द्र किया जाएगा। गहलोत ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा द्वारा स्थगन प्रस्ताव के तहत उठाए इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि इसके लिए पहले ही निर्देश दे दिए गए हैं। न्यायालय के आदेश की पालना के तहत प्रदेश में अटल सेवा केन्द्रों का नाम बदलकर फिर राजीव सेवा केन्द्र कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नाम बदलने का कोई औचित्य नहीं था लेकिन भाजपा की केन्द्र या राज्य सरकार ने पांच वर्ष में केवल नाम बदलने का काम ही किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी भारत रत्न मिला और हम नहीं चाहते थे कि उनका नाम इससे हटाया जाए लेकिन इस मामले में कोर्ट के आदेश के कारण मजबूरन अब अटल सेवा केन्द्र का नाम फिर राजीव सेवा केन्द्र करना पड़ेगा।